हमारा देश दुनिया का अग्रणी बाजरा उत्पादक देश है. यहां किसान लगभग 85 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरे की खेती करते हैं. लेकिन ज्यादातर किसान भाइयों को बाजरे की उन्नत किस्मों की जानकारी नहीं है. तो ऐसे में हम आपको कुछ ऐसी बाजरे की किस्मों के बारे में बतायेंगे, जो सामान्य बाजरे की तुलना में अधिक पैदावार देने में सक्षम है.
पूसा 322
पूसा 322 बाजरा 75 से 80 दिनों में तैयार हो जाता है. इनके पौधों की ऊचाई 220 सेंटीमीटर तक हो सकती है. इस किस्म के सहारे औसतन पैदावार 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक हो सकता है.
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इस किस्म को सूखे चारे के रूप में भी उपयोग किया जाता है. यह बाजरे की संकर किस्म है, जो 52 क्विंटल औसत पैदावार करती है. आम बाजरे के मुकाबले इसमें अधिक पोषक तत्व होते हैं.
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इस बाजरा की किस्म में कोलस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता आम बाजरे से अधिक होती है. इसलिए दिल के रोगियों के लिए इसका सेवन उत्तम है. दिल के लिए बाजरा कोलस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसकी औसत पैदावार 50 क्विंटल तक हो सकती है, जबकि सूखे चारे के रूप में 90 क्विंटल प्रति हेक्टेयर पैदावार हो सकती है.
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जिन क्षेत्रों में वर्षा अधिक नहीं होती, उन क्षेत्रों में भी बाजरे की इस किस्म को उगाया जा सकता है. इसको पकने में लगभग 2 महीने से ऊपर का समय लगता है.
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