जब किसान की फसल पर किसी कीट का प्रकोप होता है, तो वह सबसे पहले उसे नष्ट करने के लिए कई तरह के कीटनाशक का छिड़काव करता है लेकिन हर कीट किसान की फसल के लिए हानिकारक नहीं होता है. शायद यह बात बहुत कम किसान जानते होंगे कि फसल में लगने वाले कई कीट किसानों के मित्र होते हैं, जो फसल के लिए बहुत लाभकारी हैं. ऐसे में किसानों को जानकारी रखना चाहिए कि कौन-सा कीट उनका शत्रु है और कौन-सा कीट उनका मित्र है. आज हम किसान भाईयों को उन मित्र कीटों की जानकारी देने वाले हैं, जो फसल को न सिर्फ शत्रु कीटों से बचाकर रखते हैं, बल्कि फसल उत्पादन को बढ़ाने में मदद भी करते हैं.
ट्राइकोग्रामा
यह मित्र कीट बहुत छोटे आकार का होता है, जो खेतों में आसानी से दिखाई नहीं देता है. इन कीटों की संख्या बढ़ाने के लिए कई प्रयोगशाला में काम किया जाता है, इसलिए इन्हें प्रयोगशालाओं में आसानी से देख सकते हैं. बता दें कि इन कीटों को प्रयोगशालाओं से लाकर ही खेतो में छोड़ा जाता है. इस कीट को अंड-परजीवी माना जाता है. खास बात है कि यह मित्र कीट शत्रु कीट के अण्डों में अपना अंडा डाल देता है, जिससे शत्रु कीट अंडावस्था में ही नष्ट हो जाता है. इसके बाद मित्र कीट शत्रु कीट में अपना अंडा देता है. बता दें कि इनका जीवन चक्र बहुत छोटा होता है. केवल एक फसल अवधि में ही इनकी कई पीढ़ियां आ जाती हैं.
मकड़ियां
किसान की खेती में इनकी कई प्रजातियां पाई जाती हैं. यह कीट किसानों के खास मित्र होते हैं, जो कई हानिकारक कीटों को परभक्षी के रूप में पकड़ कर लेते हैं और उन्हें नष्ट करते हैं.
ओरियस
यह एक परभक्षी कीट है, जो किसानों की फसल में लगने वाले रसचूसक कीटों को पकड़कर नष्ट करता है. इससे फसल में लगने वाले इस कीट का प्रकोप कम हो जाता है और उत्पादन भी बढ़ता है.
चीटियां
आपने अक्सर खेतों में चीटियों को देखा होगा, लेकिन यह फसल के लिए हानिकारक नहीं हैं. बता दें कि चीटियों की कई प्रजातियां पाई जाती है, जो फसल में लगने वाले शत्रु कीटों को पकड़कर नष्ट करती हैं.
नेबिस
इस मित्र कीट को भी परभक्षी माना जाता है. सबसे पहले यह कीट शत्रु कीटों को पकड़ता है. इसके बाद उन्हें नष्ट करता है. इससे शत्रु कीटों की संख्या में कमी आती है.
वास्प
इस कीट की कई प्रजातियां पाई जाती है, जो किसानों की फसल में मित्र कीट की भूमिका निभाती हैं. यह कीट शत्रु कीट के अण्डों, प्यूपा, लारवा और व्यस्कों को नष्ट कर देते हैं.
क्रायसोपर्ला
यह एक परभक्षी मित्र कीट है, जो फसल में लगने वाले रसचूसक कीटों को नष्ट करता है. इससे फसल के पौधों की बढ़वार अच्छी तरह होती है. किसानों की फसल का उत्पादन और गुणवत्ता भी बढ़ती है.
एपेन्टेलिस
इस शत्रु कीट को परभक्षी माना जाता है. यह कई प्रकार के सूड़ियों पर अपने अण्डे देता है, इसके बाद उन्हें नष्ट कर देता है.
सिरफिड मक्खी
किसानों की फसल में लगने वाली यह मक्खी बहुत लाभकारी है. यह रसचूसक कीट जैसे माहू आदि को खाकर नष्ट कर देती है. इससे फसल पर शत्रु कीटों का प्रकोप कम होता है. फसल का अच्छी उत्पादन भी प्राप्त होता है.
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