Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 6 July, 2019 11:08 AM IST

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि हमारी धरती की सतह पर 70  प्रतिशत भाग पानी से भरा हुआ है. लेकिन जो समुद्री पानी है बस वही खारा है और पूरी दुनिया में केवल 3  फीसदी पानी ही मीठा है. दुनिया में 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को पीने का साफ़ पानी नहीं उपलब्ध और करीब  76  करोड़ लोगों को पूरे साल में एक महीने पीने का पानी नहीं मिल पाता.

देश की बढ़ती जनसंख्या की वजह से कई ऐसे इलाकें है जहां लोगों को पीने के लिए पानी नहीं नसीब हो पाता. वही हमारे देश में ही सबसे ज्यादा पानी की बर्बादी भी होती है. जिसके लिए नीति आयोग ने भूमिगत पानी की हो रही बर्बादी के लिए गन्ने की फसल को जिम्मेदार ठहराया है. गन्ने के अलावा भी ऐसी कई फसलें हैं जो पानी बहुत पीती है चलिए जानते है. ऐसी कुछ फसलों के बारे में....

रुई की फसल Cotton Crop

हमारे देश रुई की पैदावार में बाकि देशों के मुकाबले ज्यादा मात्रा में की जाती है. इस फसल को हम वाइट गोल्ड(White Gold) के नाम से भी जानते है. यह खरीफ की फसलों में शामिल फसल है. इसमें 1 किलोग्राम रुई को बनाने में करीब 22  हजार लीटर पानी की आवश्यकता पड़ती है. इसका ज्यादातर उत्पादन सूखाग्रस्त इलाकों में होता है. जैसे- पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और गुजरात आदि.

गेहूं की फसल Wheat Crop

हमारे देश में गेहूं का उत्पादन भी अधिक मात्रा में किया जाता है. इसके उत्पादन में बढ़ोतरी ग्रीन रिवॉल्यूशन के बाद से काफी ज्यादा  होने लगी है. गेहूं की फसल के उत्पादन में करीब 9  हजार लीटर पानी की आवश्यकता पड़ती है. इसलिए इसे भी ज्यादा पानी पीने वाली फसलों में शामिल किया गया है.

धान की फसल Paddy Crop

इसका उत्पादन भी हमारे देश में अधिक है. हमारे भारत का धन बाहरी देशों में भी एक्सपोर्ट किया जाता है. इसलिए ज्यादातर किसान इसकी खेती करते है. हालांकि धान की फसल काफी ज्यादा पानी पीती है. एक किलो धान की फसल को उगाने में करीब 3 से 5 हजार लीटर पानी की आवश्यकता पड़ती है. इसकी अधिकतर खेती उत्तरप्रदेश, आंध्रप्रदेश, पंजाब, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, असम,बिहार,  तमिलनाडु और हरियाणा, पश्चिम बंगाल में होती है.

English Summary: These crops consume much water
Published on: 06 July 2019, 11:18 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now