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Updated on: 24 October, 2020 12:58 PM IST
Brahmi farming

देशभर में कई  प्रकार के पौधों की प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनका इस्तेमाल रोगों के इलाज में किया जाता है. इन्हीं में ब्राह्मी का पौधा भी शामिल है. यह एक ऐसा आयुर्वेदिक पौधा है, जिसे आयुर्वेद में एक उत्तम औषधि माना गया है. इसका वानस्पतिक नाम बाकोपा मोनिएरी (Bacapa Monnieri) है. 

यह पौधा मिट्टी की सतह पर फ़ैल कर बड़ा होता है. इसकी पत्तियां कोमल, मुलायम और गूदेदार होती हैं, तो वहीं फूल सफेद रंग के होते हैं. इस पौधे में कईं गुण मौजूद होते हैं, जो कि मानव शरीर के लिए वरदान साबित हैं. ब्राह्मी का पौधा हृदय रोग, कब्ज़, कैंसर आदि के लिए उपयोगी माना जाता है. आज हम इस लेख में ब्राह्मी के पौधे से होने वाले फायदे और उसकी पहचान के बारे में बताने जा रहे हैं.

ब्राह्मी की पहचान (Brahmi’s Identification)

यह पौधा गीली, नम या दलदली मैदानी क्षेत्रों में पाया जाता है. भारत में इसकी लगभग 20 तरह की प्रजातियां हैं, जिनमें से केवल 3 प्रजातियों को उत्तम माना जाता हैं. इसके पौधे की गांठों से शाखाएं निकलती हैं, तो वहीं पत्तियां गूदेदार, अवृन्त, तने पर एक–दूसरे के विपरीत व्यवस्थित और आकार में अण्डाकार होती हैं. बता दें कि इस पौधे के फूल अंडाकार होते हैं, जो कि दिसंबर से मई तक निकलते हैं.

ब्राह्मी के फायदे (Benefits of Brahmi)

ब्राह्मी का पौधा नम स्थानों में पाया जाता है. यह याद्दाश्त को बेहतर बनाने के लिए बहुत उपयोग है.  इसके फायदे अनगिनत हैं, जिनमें से कई गुणों के बारे में हम इस लेख में बताने जा रहे हैं, तो चलिए ब्राह्मी के गुण और फायदों के बारे में जानते हैं. 

याद्दाश्त को बनाए बेहतर

ब्राह्मी का पौधा मस्तिष्क की कार्य प्रणाली के लिए बहुत लाभकारी होता है. अगर आप नियमित रूप से इसका सेवन करते हैं, तो आपके दिमाग का अच्छा विकास होगा और यादाश्त तेज़ बनी रहेगी.  इसके सेवन के लिए 10 मिलीलीटर सूखी ब्राह्मी के रस में 1 बादाम की गिरी, 3 काली मिर्च के दाने पानी में मिला कर पीस लें और टिकिया बना लें. इसे सुबह शाम दूध के साथ लें. 

सुस्ती कम करने के लिए उपयोगी

अगर आपको  नींद ज्यादा आती है और काम काज के दौरान सुस्ती बनी रहती है, तो ऐसे में ब्राह्मी का पौधा रामबाण साबित होगा. इसके उपयोग से आपको नींद कम आएगी. इसके लिए 3 ग्राम ब्राह्मी के चूर्ण को आधा किलो गाय के कच्चे दूध में मिलाएं और छान लें. आप इसे रात को सोने से पहले लगातार एक सप्ताह तक पीएं.

तनाव के लिए लाभकारी

आजकल कई लोग डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में ब्राह्मी का पौधा बहुत काम आएगा. इसके लिए ब्राह्मी की पत्तियों को सुबह शाम मुंह में रख कर दो से तीन बार चबाएं. इससे हार्मोनल संतुलन सकारात्मक बना रहेगा, साथ ही तनाव दूर होगा. 

इम्यून सिस्टम को बनाए मजबूत

ब्राह्मी का पौधा हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखता है. इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट और कई अन्य पौषक तत्व पाए जाते हैं, जो कि शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता देते हैं. इसके लिए ब्राह्मी के पत्तों को चाय में मिला कर नियमित रूप से पीएं.

English Summary: The Brahmi plant will flower from December to May
Published on: 24 October 2020, 01:03 PM IST

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