Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 27 May, 2024 5:00 PM IST
सोयाबीन की इन उन्नत किस्मों की खेती से होगी मोटी कमाई (Picture Credit - Freepik)

Soybean Cultivation: सोयाबीन स्वाटिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी काफी लाभदायक होती है. सोयाबीन में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन्स और अन्य जरूरी मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है. हेल्दी और फिट रहने के लिए लोगों से अपनी डाइट में सोयाबीन शामिल करनी की सलाह दी जाती है. सोयाबीन को शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है. मार्केट में हमेशा ही सोयाबीन की डिमांड रहती है. सोयाबीन देश की महत्वपूर्ण फसलों में से एक है और किसान इसकी खेती करके मोटी कमाई कर सकते हैं.

आइये कृषि जागरण की इस पोस्ट में जानते हैं, सोयाबीन की खेती कैसे की जाती है और इसकी किस्में कौन-सी है?

सोयाबीन की बुवाई

सोयाबीन की बुवाई मई और जून के बीच होती है, क्योंकि इसके बीज लगाने का सही समय बरसात के मौसम की पहली बारिश मानी जाती है. किसान इस समय अपने खेतों में सोयाबीन की बवाई कर सकते हैं. खेत में बुवाई करते वक्त किसानों को ध्यान रखना होता है, कि बीज बोते वक्त खेत में पानी नहीं भरा होना चाहिए. बुवाई करते वक्त एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी कम से कम 5 से 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: भारत में कपास की टॉप 5 किस्में, जो देती है प्रति एकड़ में 25 क्विंटल तक उत्पादन

सोयाबीन की किस्में

सोयाबीन की खेती से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्मों का चयन करना होता है. किसान इसकी खेती के लिए अलग-अलग किस्मों की सोयाबीन का चुनाव करते हैं. इसमें- जेएस 335, एमएससी 252, जेएस 9308, जेएस 2095 और जेस 2036 आदि किस्में शामिल है. किसान सोयाबीन की इन किस्मों के बीजों की बुवाई करके कम समय में ज्यादा कमाई सकते हैं.

यूरिया का 3 बार उपयोग

किसानों को सोयाबीन की खेतों में 2 से 3 बार थोड़ी मात्रा में यूरिया का उपयोग करना चाहिए. सोयाबीन की एक हेक्टेयर में बुवाई करते वक्त कम से कम 12 से 15 किलो यूरिया का छिड़काव किसानों को अपने खेतों में करना चाहिए. इसके बाद, जब पौधे विकसित होने लगे, तो 25 से 30 किलो यूरिया का उपयोग करें. सोयाबीन के पौधों में फूल आने पर 40 से 50 किलो यूरिया का खेतों में इस्तेमाल करें.

एक हेक्टेयर में 30 क्विंटल उत्पादन

सोयाबीन की खेती करने के लिए किसानों को कम पानी और कम जमीन की आवश्कता होती है. किसान इसकी फसल से हर साल तगड़ा मुनाफा कमा सकते हैं. यदि सोयाबीन की खेती एक हेक्टेयर में की जाती है, तो इससे 25 से 30 क्विंटल का उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है. किसान सोयाबीन की फसल लगाकर हर साल लाखों में मुनाफा कमा सकते हैं.

English Summary: soybean farming tips improved varieties of soybean big money earning
Published on: 27 May 2024, 05:03 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now