Shri Ram Varieties of Wheat: श्रीराम सुपर गेहूं बीज भारत की प्रमुख खाद्यान्न फसलों में से एक है. लेकिन देखा जाए तो आज के समय में बदलते परिवर्तन के चलते गेहूं की फसल में कई तरह के रोग व कीटों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, जिसका सीधा असर गेहूं के उत्पादन पर पड़ता है. इस सब परेशानियों को देखते हुए श्रीराम फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स/ Shriram Fertilizers and Chemicals ने श्री राम कृषि अनुसंधान केंद्र SARC पंजाब में गेहूं की श्रीराम किस्मों को तैयार किया है. जिनमें सबसे अधिक लोकप्रिय किस्में श्री राम सुपर किस्म 272, श्रीराम सुपर किस्म 231, श्री राम सुपर किस्म 252, श्रीराम सुपर किस्म 303 और श्री राम सुपर किस्म 111/ Shri Ram Super variety 272, Shri Ram Super variety 231, Shri Ram Super variety 252, Shri Ram Super variety 303 and Shri Ram Super variety 111 है. ये सभी किस्में 105 से 110 दिन में पक जाती हैं और साथ ही प्रति हेक्टेयर 80 क्विंटल तक उपज देती हैं.
गेहूं की ये टॉप पांच श्री राम सुपर किस्में/ Shri Ram Super Varieties किसानों के लिए काफी लाभकारी है. ये सभी किस्में कम खर्च में अच्छा उत्पादन देती हैं और साथ ही ये सभी किस्में कई तरह के रोगों से लड़ने में भी सक्षम हैं. ऐसे में आइए श्री राम सुपर की इन टॉप पांच किस्मों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
गेहूं की टॉप पांच श्रीराम सुपर किस्में/ Top five Shri Ram Super varieties of wheat
श्री राम सुपर किस्म 272/ Shri Ram Super Variety 272- गेहूं की यह किस्म कम ऊंचे व मजबूत कल्ले के चलते फसल को अधिक नुकसान नहीं पहुंचता है. साथ यह किस्म पीली रतुआ के प्रतिरोधी है. इस किस्म के दाने बड़े, सुनहरे, चमकदार और कठोर दाने होते हैं. यह किस्म राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश के किसानों के लिए उपयुक्त मानी जाती है. गेहूं की श्री राम सुपर किस्म 272 प्रति एकड़ 2.1 से 2.40 क्विंटल तक उपज देती है.
श्री राम सुपर किस्म 303/ Shri Ram Super Variety 303 - गेहूं की इस उन्नत किस्म पर मौसम का कोई खास प्रभाव देखने को नहीं मिलता है. क्योंकि इसके ठोस बालियां व मजबूत कल्ले फसल को खेत में खड़ा रखती है. इस किस्म का औसत उत्पादन प्रति हेक्टेयर 75 क्विंटल तक होता है.गेहूं की श्रीराम सुपर किस्म 303 की अधिकतम उपज करीब 80 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक है. साथ ही गेहूं की श्रीराम सुपर 303 किस्म 105 से 110 दिन में पक जाती है. यह किस्म भूरी रतुआ व झुलसा रोग के प्रतिरोधी है. गेहूं की यह किस्म उत्तर प्रदेश,बिहार, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के किसानों के लिए उपयुक्त है.
श्री राम सुपर किस्म 231/ Shri Ram Super Variety 231- गेहूं की इस किस्म में लंबी, बड़ी और आकर्षक बालियां होती है. गेहूं की श्री राम सुपर किस्म 231 भूरी रतुआ के प्रति सहनशील है. वहीं, इस किस्म के दाने बड़े, सुनहरे, चमकदार और सख्त होते हैं. यह किस्म उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, गुजरात, झारखंड और छत्तीसगढ़ के किसान अधिक उगाते हैं. गेहूं की इस किस्म के पौधे की लंबाई लगभग 103 से 105 सेंटीमीटर होती है. यह किस्म प्रति एकड़ लगभग 27 क्विंटल तक उपज देती है.
श्री राम सुपर किस्म 252/ Shri Ram Super Variety 252- गेहूं की श्रीराम सुपर किस्म 252 अगेती और पछेती बुवाई के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है. इस किस्म के दाने बड़े, सुनहरे, चमकदार और सख्त होते हैं. इस किस्म के एक पौधे से 17-20 कल्ले होते है और एक बाली में 80-85 दाने प्राप्त होते हैं.गेहूं की यह किस्म प्रति एकड़ लगभग 25 क्विंटल तक उपज देती है.
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श्री राम सुपर किस्म 111/ Shri Ram Super Variety 111 - गेहूं की श्रीराम सुपर 111 किस्म करीब 105 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म के दाने काफी चमकदार और सख्त होते हैं. वहीं श्रीराम सुपर की यह किस्म प्रति एकड़ 80 से 85 क्विंटल तक उत्पादन देती है. गेहूं की यह किस्म भी अगेती और पछेती बुवाई के लिए उपयुक्त है.