Groundnut Variety: जून में करें मूंगफली की इस किस्म की बुवाई, कम समय में मिलेगी प्रति एकड़ 25 क्विंटल तक उपज खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया Monsoon Update: राजस्थान में 20 जून से मानसून की एंट्री, जानिए दिल्ली-एनसीआर में कब शुरू होगी बरसात किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 28 August, 2019 5:52 PM IST

कृषि कार्य करने के लिए किसानों के पास ये जानकारी होनी बहुत जरुरी है कि वो किस माह में कौन - सा कृषि कार्य करें. क्योंकि मौसम कृषि कार्य को बहुत प्रभावित करता है. इसलिए तो अलग- अलग सीजन में अलग फसलों की खेती की जाती है ताकि फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकें. ऐसे में आइये जानते है कि सितंबर माह में किसान कौन -सा कृषि कार्य करें-

धान

  • धान का भंडारण करते समय आद्रता स्टार 10 – 12 प्रतिशत से कम होना चाहिए.

  • धान का भंडारण कक्ष और जुट के बोरों को विसंक्रमित करना चाहिए.

  • धान भंडारण के समय कीड़ों के नियंत्रण के लिए फोस्टोक्सिन दावा का प्रयोग करें.

  • कीड़ों से बचाव हेतु स्टॉक को तरपोलीन से ढ़क दें .

सरसों

  • इस माह में सरसों की अगेती क़िस्मों जैसे पूसा सरसों – 25, पूसा सरसों - 28, पूसा सरसों – 27 एवं पूसा तारक की बुवाई करें.

  • सरसों में सफेद रतुआ के बचाव हेतु मेटालैक्सिल (एप्रॉन 35 एस॰ डी॰ ) 6 ग्राम प्रति किग्रा॰ बीज दर से या बैविस्टीन 2 ग्राम / किग्रा॰ बीज दर से उपचारित करें.

  • सरसों में खरपतवार नियंत्रण के लिए बुवाई से पहले 2.2 लिटर / हैक्टेयर फ्लूक्लोरोलिन का 600 – 800 पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें.

  • यदि बुवाई से पूर्व खरपतवार नियंत्रण नहीं किया गया है तो 3.3 लिटर पेंडीमिथालिन (30 ई सी ) को 600 – 800 पानी में घोलकर बुवाई के 1-2 दिन बाद छिड़काव बनाकर करें.

बागवानी कार्य

सब्जियां

  • गोभी की पूसा सुक्ति, पूसा पौषजा प्रजातियों की नर्सरी तैयार करें.

  • बंद गोभी – गोल्डेन एकर, पूसा कैबेज हाइब्रिड 1

  • पालक – पूसा भारती की बुवाई आरंभ कर सकते है.

  • बैगन की पौध पर 3 ग्राम मैंकोजेब + 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम लिटर की दर से छिड़काव करें.

  • अगेती गाजर की पूसा वृष्टि किस्म की बुवाई करें.

• गाजर को स्क्केरोटिनियाविगलन से बचाव के लिए 15 ग्राम प्रति 3 लिटर पानी में घोल बनाकर मृदा को सींचें.

फल फसलें

  • वयस्क आम के पौधोंमें बची हुई उर्वरक की मात्रा (500 ग्राम नत्रजन, 250 ग्राम फास्फोरस, 500 ग्राम पोटाश) को मानसून की बारिश के पश्चात डाले.

  • नींबू वर्गीय फलों में यदि डाईबे, स्केब तथा सूटी मोल्ड बीमारी का प्रकोप हो तो कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (3 ग्राम / लीटर पानी ) का छिड़काव करे.

  • कैंकर बीमारी की रोकथाम के लिए पौधों में स्ट्रेप्टोसाइक्लीन तथा कॉपर सल्फेट ( 5 ग्राम स्ट्रेप्टोसाइक्लीन, 10 ग्राम कॉपर सल्फेट / 100 लीटर पानी में ) या कॉपर ऑक्सीक्लोराइड 3 ग्राम प्रति लिटर पानी में डाले.

English Summary: September agricultural and horticultural work
Published on: 28 August 2019, 05:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now