रोज एप्पल दुनिया के चर्चित फलों में से एक है. इसका पेड़ 15 मीटर (50 फीट) तक ऊंचा होता है. इसमें सुगंधित फूल होते हैं जो आमतौर पर हल्के हरे या सफेद रंग के होते हैं. रोज एप्पल दिखने में बेल या नाशपाती के आकार के होते हैं. इसकी त्वचा पतली और मोमी होती है. रोज एप्पल रसदार और थोड़ा मीठा होता है. खास बात यह है कि इसकी बनावट तरबूज के समान होती है. इसे खाने पर ऐसा महसूस होता है जैसे कि हम नाशपाती, सेब और गुलाब जल को एकसाथ मिलाकर खा रहे हैं. रोज एप्पल किसानों के लिए आर्थिक रूप से काफी फायदेमंद साबित हो सकता है. तो आइये इसके बारे में विस्तार से जानें.
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है रोज एप्पल
रोज एप्पल आम तौर पर ताजा खाया जाता है. इनका उपयोग जैम, जेली और डेजर्ट बनाने में भी किया जा सकता है. कुछ क्षेत्रों में, इसका रस निकालकर लिक्विड आइटम भी बनाने में उपयोग किया जाता है. रोज एप्पल विटामिन ए और सी के साथ-साथ फाइबर से भी भरपूर होते हैं. माना जाता है कि रोज एप्पल कई तरह से स्वास्थ्य को फायदा पहुंचाते हैं. यह इम्यून सिस्टम और पाचन स्वास्थ्य को बेहतर करने में भी मदद करते हैं.
इन इलाकों में दिखते हैं रोज एप्पल के पेड़
भारत में रोज एप्पल मुख्य रूप से देश के दक्षिणी और उत्तरपूर्वी हिस्सों में पाए जाते हैं. जहां की जलवायु इनके विकास के लिए उपयुक्त है. इसका पेड़ ज्यादातर कर्नाटक, तमिलनाडु, असम और केरल में नजर आते हैं. रोज एप्पल के पेड़ उष्णकटिबंधीय जलवायु में पनपते हैं. वे 15 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान को झेल सकते हैं. इसके पेड़ अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी को पसंद करते हैं. रोज एप्पल के पेड़ों को धूप वाले जगहों पर लगाया जाना चाहिए. जहां पेड़ों के बीच पर्याप्त दूरी हो. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि रोज एप्पल की कटाई आम तौर पर तब की जाती है जब वे पूरी तरह से पक जाते हैं. क्योंकि तोड़ने के बाद वे आगे नहीं पकते हैं.
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हर साल मिलता है इतना उत्पादन
रोज एप्पल के पेड़ों की उपज उम्र, विविधता और प्रबंधन जैसे कई कारकों पर निर्भर होती है. आम तौर पर, एक परिपक्व पेड़ हर साल लगभग 150 से 300 किलोग्राम फल दे सकता है. कहा जाता है कि पौधा लगाने के बाद लगभग एक साल बाद रोज एप्पल का पेड़ फल देने के लिए तैयार हो जाता है. इसका इस्तेमाल पहले तो फल के रूप में किया जाता है. इसके अलावा, इसे मिठाई, जैम और जेली जैसे विभिन्न प्रोडक्टस बनाने में किया जाता है. इसका रस वाइन या सिरके बनाने में भी उपयोग होता है.
वहीं, रोज एप्पल से निकाले रस की सुगंध काफी अच्छी होती है, जो गुलाबों की याद दिलाता है. इसे सुगंधित चिकित्सा, परफ्यूम और सुगंधित उत्पादों में इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा, इस फल का इस्तेमाल कुछ दवाओं को बनाने में भी किया जाता है. रोज एप्पल के पेड़ की लकड़ी काफी मजबूत होती है. इसलिए इन्हें भी कई उपयोग में लाया जाता है. बाजार में एक किलोग्राम रोज एप्पल की कीमत लगभग 200 रुपये होती है. जिससे यह अंदाजा लगा सकते हैं कि इसके एक पेड़ से साल में कितनी कमाई हो सकती है.