सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 9 January, 2019 4:44 PM IST

सर्दियों का मौसम चल रहा है जिसका सीधा असर फसलों पर पड़ रहा है। सर्दी के कारण उत्तराखंड के नैनीताल में ग्रामीण क्षेत्रों में किसान मौसम के साथ ही उद्यान विभाग की मार से परेशान है। एक तरफ तो मटर की फसल पर किसान पाला गिरने के पहले ही दिक्कतों का सामना कर रहे है तो वही दूसरी ओर आलू के बीज पर भी उद्यान विभाग की ओर से सब्सिडी नहीं दी जा रही है। इसका प्रभाव यह है कि सरकार ने 2022 तक किसानों की आय को दुगना करने का जो वादा किया है उस पर भी गंभीर सवाल खड़े होना शुरू हो गए है।

किसानों ने की आलू के बीज की मांग

खुर्पाताल, बजून, जग्यूड़ा, नलिनी, अधौड़ा, गहलना, फगुनियांखेत, चारखेत आदि गांवों की बड़ी आबादी की आजीविका का मुख्य आधार आलू, मटर समेत अन्य सब्जियों का उत्पादन करना ही है। वहां के ग्राम प्रधान का कहना है कि इस साल लगातार पड़ रहे पाले से मटर की फसल खेतों में ही पूरी तरह से खराब हो चुकी है जिससे काफी ज्यादा नुकसान हो रहा है। पहले तो आलू का बीज नहीं मिला परंतु जब यह मिलना शुरू हुआ है तो इस पर सब्सिडी नहीं दी जा रही है जिसके चलते किसान मंहगा बीज खरीदकर आलू लगाने को पूरी तरह से तैयार ही नहीं है। किसानों ने उद्यान विभाग से अपने लिए आलू के बीज मुहैया करवाने की मांग की है।

मटर की खेती को नुकसान पहुंचा

खुर्पाताल की महिला किसान सावित्री का कहना है कि पाला पड़ जाने के कारण खेत में मटर की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है तो वही दूसरी ओर आलू का बीज भी काफी ज्यादा मंहगा मिल रहा है जिसके कारण उसको खरीद पाना काफी मुश्किल हो रहा है। सब्सिडी बंद हो जाने के कारण दिनोंदिन नुकसान बढ़ता ही जा रहा है और हर साल लगातार नुकसान हो रहा है।

सरकार समझे किसानों की मुश्किल

किसानों का कहना है कि आलू का बीज मिल रहा है लेकिन इसकी कीमत 32 रूपये किलो है। सरकार किसानों को बीज पर किसी भी तरह की कोई सब्सिडी फिलहाल उपलब्ध नहीं करवा रही है। इसीलिए सरकार अगर किसानों की आय को दुगना करना चाहती है तो वह किसानों की पीड़ा को समझने की कोशिश करे।

English Summary: peas a crop that is not a wasted is not getting a subsidy
Published on: 09 January 2019, 04:46 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now