सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 8 April, 2024 6:11 PM IST
धान ‘PB 1692’ और ‘PB 1509’ किस्म के बीज खरीदना हुआ आसान

Paddy Variety: भारत में खरीफ की मुख्य फसलों में धान का प्रमुख स्थान है. धान की खेती देश के उत्तरी और दक्षिणी प्रदेशों में मानसून के मौसम में की जाती है. वहीं कुछ राज्य ऐसे भी है जहां धान का सीजन (Paddy Season) साल में दो बार आता है. धान की खेती सिंचित और असिंचित दोनों प्रकार के क्षेत्रों में की जाती है.  बता दें, धान की खेती छिड़काव और रोपाई विधि के साथ की जाती है. इसकी रोपाई विधि से धान का उत्पादन भा काफी अच्छा प्राप्त होता है. भारत में धान की कई ऐसी उन्नत किस्में (Paddy improved varieties) हैं, जिनकी खेती करके आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. इनमें धान की PB 1692" और "PB 1509" किस्म शामिल है, जिन्हें आप ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं.

आज हम आपको कृषि जागरण के इस आर्टिकल में धान की PB 1692" और "PB 1509" किस्म को ऑनलाइन कैसे खरीद सकते हैं इसकी जानकारी देने जा रहे हैं.

धान की पीबी 1692 किस्म (Paddy PB 1692 Variety)

पूसा बासमती 1692 धान उन्नत किस्मों में से एक है, यह एक जल्दी पकने वाली बासमती धान की किस्म है. जिसे पकने में लगभग 110 से 115 दिनों का समय लगता है और अधिक उपज होती है. इसी खुबी के चलते यह बासमती उत्पादक क्षेत्र में धान की फसल की समय पर कटाई करने में मदद करता है, जिससे फसल के बाद अन्य कामों को करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है. यदि समय पर खेतों की सफाई की जाती है, तो इससे पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करने में मदद मिलती है. इसके अलावा, बासमती जीआई क्षेत्र में आने वाली गेहूं की फसल की भी समय पर बुवाई में मदद मिलती है. किसान धान की पीबी 1692 किस्म की खेती कर लगभग 20 से 24 क्विंटल प्रति एकड़ फसल प्राप्त कर सकते हैं, और प्रति एकड़ में रोपाई के लिए 5 किलो बीज पर्याप्त होते हैं.

ये भी पढ़ें: 31 प्रतिशत की छूट पर घर बैठे मंगवाएं पशु चारे की उन्नत बीज, जानें कैसे करें ऑनलाइन ऑर्डर

धान की पीबी 1509 किस्म (Paddy PB 1509 Variety)

पूसा बासमती 1509 धान भी उन्नत किस्मों से एक है, इसे 2013 में सीवीआरसी द्वारा बासमती उगाने वाले क्षेत्रों जैसे - दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी यूपी, उत्तराखंड और जम्मू और कश्मीर के लिए जारी किया गया था. यह एक जल्दी पकने वाली बासमती धान की किस्म है. इसे पकने में 115 से 120 दिनों का समय लगता है. पूसा बासमती 1509 धान की किस्म 5 से 6 सिंचाई तक बचाने में मदद करती है, जिससे आप लगभग 33% तक पानी की बचत कर पाते हैं. किसान धान की इस किस्म की खेती से लगभग 27 से 28 क्विंटल प्रति एकड़ फसल प्राप्त कर सकते हैं. प्रति एकड़ में इस किस्म की धान की रोपाई के लिए 4 से 5 किलो बीज पर्याप्त होते हैं.

कैसे खरीदें ऑनलाइन (How To Buy Online)

यदि आप धान की “PB 1692" और "PB 1509" किस्म को खरीदना चाहते हैं, तो आप इसे घर बैठे ऑनलइन भी ऑर्डर कर सकते हैं. अब आप एनएससी के उत्तम किस्म के धान ‘पीबी 1692’ और पीबी’ किस्म के सर्टिफाइड बीज के 10 किलोग्राम के पैकट को ऑनलाइन खरीद सकते हैं.

यहां आपको NSC धान पीबी 1509 बीज के 10 किलोग्राम का पैकट 850 रुपये में मिलता है. वहीं NSC धान पीबी 1509 बीज के 10 किलोग्राम के पैकट की कीमत 800 रुपये रखी गई है. अभी ऑर्डर करने के लिए https://mystore.in/en/search/nsc-paddy लिंक पर क्लिक करें.

English Summary: paddy major improved varieties online buy seeds of paddy varieties
Published on: 08 April 2024, 06:18 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now