Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 5 February, 2022 10:54 PM IST
चने में लट रोग से ऐसे करें बचाव

बरसात के मौसम में बारिश का पानी फसलों के लिए अत्यधिक लाभदायक होता है. लेकिन यही बारिश का पानी जब बेमौसम फसलों पर गिरे तो यह फसलों के लिए बहुत हानिकारक होता है. यह फसलों में कई तरह के रोग पैदा कर देता है.

जिससे फसल बर्बाद हो जाती है और किसानों को उनकी फसल से अच्छी उपज के साथ–साथ अच्छी गुणवत्ता भी प्राप्त नहीं होती. ऐसी ही एक खबर राजस्थान के चिड़ावा शहर से आई है. जहाँ किसानों ने इन दिनों अपने खेत में चने की बुवाई की हुई है. लेकिन वहाँ पर कई दिनों से छाए बादल और रुक-रुक कर हो रही बारिश फसल के लिए हानिकारक हो सकती है.

कृषि वैज्ञानिकों ने दी सलाह  (Agri-Scientists gave advice)

इस वजह से जिले के कृषि विभाग वैज्ञनिकों ने किसानों को लट रोग के प्रति चेतावनी के साथ ही उन्हें जरुरी सलाह भी दी है.कृषि वैज्ञनिकों का कहना है कि इस बदलते मौसम की वजह से चने की फसल में लट रोग (Braid Disease ) लगने की अधिक सम्भावना है. यह बदलता मौसम चने की फसल (Gram Crop) के लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है. इसकी वजह से चने की फसल में कई तरह के रोग का प्रकोप बढ़ सकता है. ऐसे में किसान रसायनिक दवा (Chemical Drug) का इस्तेमाल कर फसल को रोग के खतरे से बचाव कर सकते हैं.

इसे पढ़ें - फरवरी माह में खेती में रखें इन बातों का ध्यान, बढ़ेगा फसल का उत्पादन

वैज्ञानिकों के द्वारा दी गयी सलाह के अनुसार फसल में एक लीटर पानी में ढाई एमएल मेलाथियान दवा (Malathion In Medicine ) मिलाकर चने की फसल में स्प्रे करें. साथ ही इस दवा के अलावा इंडेक्सोकार नाम की दवा की एमएल मात्रा को एक लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.

उन्होंने बताया कि शुरुआती दौर में ही अगर किसान फसलों में स्प्रे करते हैं 70 से 80 फीसदी तक लट प्रकोप से फसल को बचाया जा सकता है. मौसम में बदलाव की वजह से फसल में शुरुआती समय में फिडकली नामक लट का प्रकोप होता है. जो इस दवा स्प्रे के माध्यम से इस प्रकोप को रोका जा सकता है. अगर ये लट अगले स्टेज तक जा पहुंची तो फिर ये फसल को नष्ट कर देगी क्योंकि उस स्टेज पर कोई दवा फसल पर लगे कीट पर असर नहीं कर सकती.

English Summary: Outbreak of braided disease increasing in gram crop, spray these medicines to save
Published on: 05 February 2022, 12:31 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now