सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 12 September, 2020 1:12 PM IST

देशभर में हिमाचल प्रदेश के सेब का नाम खूब प्रचालित है. यहां के सेब बागान और इसकी मिठास बहुत मशहूर है. यहां के सेब का कोई जवाब नहीं है. शायद यही वजह है कि बाजार में इस सेब की मांग हमेशा बनी रहती है. इसी कड़ी में एक अहम बात सामने आई है कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों का रसीला ऑर्गेनिक सेब जल्द ही बाजार में दस्तक देने वाला है. बताया जा रहा है कि किन्नौर का ऑर्गेनिक सेब अक्टूबर में बाजार में आ जाएगा. वैसे किन्नौर के निचले क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंच चुका है, लेकिन खरीददारों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों के ऑर्गेनिक सेब का इंतजार है. बता दें कि इस साल किन्नौर में सेब सीजन 15 से 20 दिन लेट चल रहा है.

किन्नौरी सेब की खासियत

  • यह सेब प्राकृतिक रूप से गहरे लाल रंग और आकार में लंबोतरा होता है.

  • अधिक ठोस और रसीला होता है.

  • रासायनिक खादों और कीटनाशकों का छिड़काव नहीं होता है, इसलिए यह ऑर्गेनिक सेब की श्रेणी में आता है.

  • किन्नौरी सेब के बगीचों की सिंचाई परंपरागत कूल्हों के पानी से होती है.

  • इससे सामान्य सेब के मुकाबले ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

ये खबर भी पढ़े: 15 एकड़ की नर्सरी में 17 फलदार पेड़ों की 12 हजार किस्में की तैयार, लाखों किसानों को बांटे पौधे

अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद सेब की आमद शुरू

जानकारी मिली है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों ताबो, कल्पा, ठंगी और कंडा से मंडियों में सेब की आमद शुरू हो जाएगी. इस सीजन की शुरूआत में किन्नौरी सेब लगभग 130 से 150 रुपए प्रति किलो बिक सकते हैं. मौजूदा समय की बात करें, तो किन्नौर के टापरी, भावानगर, सुंगरा और निचार समेत अन्य क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंचने लगा है. मगर ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब की बाजार में ज्यादा मांग हो रही है. बागवानी करने वाले किसानों का कहना है कि 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित उनके बगीचे में अक्टूबर में सेब की फसल तैयार हो जाएगी.

ये खबर भी पढ़े: आलूबुखारा की ये 3 किस्में बिक रही 180 रुपए किलो, 3 हफ्ते तक नहीं होती हैं खराब

English Summary: Organic apple crop of Kinnaur will be ready in October
Published on: 12 September 2020, 01:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now