PM Kisan Yojana: पीएम किसान की 20वीं किस्त की तारीख का ऐलान, इस दिन आएगी आपके खाते में रकम! PM Kisan: किसानों के खातों में सीधे पहुंचे 3.69 लाख करोड़ रुपये, हर खेत के लाभार्थी तक पहुंचा पैसा 4 अगस्त तक दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश इन 5 राज्यों में झमाझम बारिश का अलर्ट, पढ़ें IMD की लेटेस्ट अपडेट किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 12 September, 2020 1:12 PM IST

देशभर में हिमाचल प्रदेश के सेब का नाम खूब प्रचालित है. यहां के सेब बागान और इसकी मिठास बहुत मशहूर है. यहां के सेब का कोई जवाब नहीं है. शायद यही वजह है कि बाजार में इस सेब की मांग हमेशा बनी रहती है. इसी कड़ी में एक अहम बात सामने आई है कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों का रसीला ऑर्गेनिक सेब जल्द ही बाजार में दस्तक देने वाला है. बताया जा रहा है कि किन्नौर का ऑर्गेनिक सेब अक्टूबर में बाजार में आ जाएगा. वैसे किन्नौर के निचले क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंच चुका है, लेकिन खरीददारों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों के ऑर्गेनिक सेब का इंतजार है. बता दें कि इस साल किन्नौर में सेब सीजन 15 से 20 दिन लेट चल रहा है.

किन्नौरी सेब की खासियत

  • यह सेब प्राकृतिक रूप से गहरे लाल रंग और आकार में लंबोतरा होता है.

  • अधिक ठोस और रसीला होता है.

  • रासायनिक खादों और कीटनाशकों का छिड़काव नहीं होता है, इसलिए यह ऑर्गेनिक सेब की श्रेणी में आता है.

  • किन्नौरी सेब के बगीचों की सिंचाई परंपरागत कूल्हों के पानी से होती है.

  • इससे सामान्य सेब के मुकाबले ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.

ये खबर भी पढ़े: 15 एकड़ की नर्सरी में 17 फलदार पेड़ों की 12 हजार किस्में की तैयार, लाखों किसानों को बांटे पौधे

अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद सेब की आमद शुरू

जानकारी मिली है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों ताबो, कल्पा, ठंगी और कंडा से मंडियों में सेब की आमद शुरू हो जाएगी. इस सीजन की शुरूआत में किन्नौरी सेब लगभग 130 से 150 रुपए प्रति किलो बिक सकते हैं. मौजूदा समय की बात करें, तो किन्नौर के टापरी, भावानगर, सुंगरा और निचार समेत अन्य क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंचने लगा है. मगर ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब की बाजार में ज्यादा मांग हो रही है. बागवानी करने वाले किसानों का कहना है कि 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित उनके बगीचे में अक्टूबर में सेब की फसल तैयार हो जाएगी.

ये खबर भी पढ़े: आलूबुखारा की ये 3 किस्में बिक रही 180 रुपए किलो, 3 हफ्ते तक नहीं होती हैं खराब

English Summary: Organic apple crop of Kinnaur will be ready in October
Published on: 12 September 2020, 01:17 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now