देशभर में हिमाचल प्रदेश के सेब का नाम खूब प्रचालित है. यहां के सेब बागान और इसकी मिठास बहुत मशहूर है. यहां के सेब का कोई जवाब नहीं है. शायद यही वजह है कि बाजार में इस सेब की मांग हमेशा बनी रहती है. इसी कड़ी में एक अहम बात सामने आई है कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों का रसीला ऑर्गेनिक सेब जल्द ही बाजार में दस्तक देने वाला है. बताया जा रहा है कि किन्नौर का ऑर्गेनिक सेब अक्टूबर में बाजार में आ जाएगा. वैसे किन्नौर के निचले क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंच चुका है, लेकिन खरीददारों को ऊंचाई वाले क्षेत्रों के ऑर्गेनिक सेब का इंतजार है. बता दें कि इस साल किन्नौर में सेब सीजन 15 से 20 दिन लेट चल रहा है.
किन्नौरी सेब की खासियत
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यह सेब प्राकृतिक रूप से गहरे लाल रंग और आकार में लंबोतरा होता है.
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अधिक ठोस और रसीला होता है.
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रासायनिक खादों और कीटनाशकों का छिड़काव नहीं होता है, इसलिए यह ऑर्गेनिक सेब की श्रेणी में आता है.
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किन्नौरी सेब के बगीचों की सिंचाई परंपरागत कूल्हों के पानी से होती है.
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इससे सामान्य सेब के मुकाबले ज्यादा समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है.
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अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद सेब की आमद शुरू
जानकारी मिली है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह के बाद किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों ताबो, कल्पा, ठंगी और कंडा से मंडियों में सेब की आमद शुरू हो जाएगी. इस सीजन की शुरूआत में किन्नौरी सेब लगभग 130 से 150 रुपए प्रति किलो बिक सकते हैं. मौजूदा समय की बात करें, तो किन्नौर के टापरी, भावानगर, सुंगरा और निचार समेत अन्य क्षेत्रों का सेब बाजार में पहुंचने लगा है. मगर ऊंचाई वाले क्षेत्रों के सेब की बाजार में ज्यादा मांग हो रही है. बागवानी करने वाले किसानों का कहना है कि 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित उनके बगीचे में अक्टूबर में सेब की फसल तैयार हो जाएगी.
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