75 एचपी रेंज में सबसे ताकतवर ट्रैक्टर, जो है किसानों की पहली पसंद हल्दी की खेती ने बदली इस किसान की किस्मत, आज है लाखों में कारोबार PMFBY: फसल खराब पर देश के कई किसानों को मिलता है मुआवजा, इस नंबर पर करें शिकायत खेती के लिए 32 एचपी में सबसे पावरफुल ट्रैक्टर, जानिए फीचर्स और कीमत एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 14 November, 2019 4:25 PM IST
तुलसी के पौधों की खेती पर अनुदान

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अब समय के साथ ही खेती करने का तरीका और फसलों का तरीका बदल रहा है. यहां पर किसान अब परंपरागत फसलों से हटकर औषधीय पौधों जैसे तुलसी की खेती करके ज्यादा मुनाफा कमा रहे है, साथ ही उद्यान विभाग भी इसके लिए अनुदान दे रहा है.

यहां पर गन्ना बेल्ट के नाम से मशहूर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान अब परंपरागत खेती से हटकर मुनाफा कमाने वाली खेती की तरफ तेजी से रूख करने लगे है. मुरादाबाद जनपद के एक दर्जन से ज्यादा गांव में किसान तुलसी के पौधे उगा रहे है जो भी किसानों को कम लागत में ज्यादा मुनाफा दे रहे है.

कई सालों से कर रहे हैं तुलसी की खेती (Cultivating tulsi for many years)

राज्य की सरकार भी किसानों को तुलसी के पौधों की खेती पर अनुदान मुहैया करवा रही है. जिसके चलते हर साल किसान ज्यादा संख्या में तुलसी उगाने का कार्य कर रहे है. तुलसी के साथ अन्य औषधीय गुणों वाले पौधे भी किसानों के खेतों का हिस्सा बनता जा रहे है.

यहां पर मुरादाबाद जनपद खानपुर गांव के रहने वाले किसान राजपाल यादव पिछले दो साल से अपने खेतों में तुलसी की फसल उगा रहे है. नवंबर के महीने की शुरूआत में ही तुलसी के पौधे से बीज और तेल निकालकर मंडी में बेच दिया जाता है. यहां पर सैकड़ों किसानों की तुलसी की फसल से अपनी तकदीर बदल रहे है. हर साल फसल का रकबा बढ़ रहा है.

बढ़ रही है औषधीय पौधों की मांग (Increasing demand for medicinal plants)

औषधीय गुणों वाली यह फसल जहां पर किसानों की तेजी से किसानों की आमदनी को बढ़ा रही है, वही घरों में भी तुलसी की मांग बनी रहती है, एक हेक्टेयर में महज छह से सात हजार रूपये की लागत से तुलसी उगाई जा सकती है जो अन्य फसलों से कहीं ज्यादा सस्ती है. 

यह खबर भी पढ़ें : Medicinal tree: इन पेड़ों में पाए जाते हैं कई औषधीय गुण, एक बार ज़रूर पढ़ें पूरा लेख

भविष्य में औषधीय खेतों की बढ़ती जरूरत भी किसान महसूस कर रहे है और साथ ही खुद को भविष्य को तैयार रहने के लिए खुद को बदल रहे है.

English Summary: Millions of farmers are getting profits with the help of Tulsi cultivation
Published on: 14 November 2019, 04:28 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now