मानसून में Kakoda ki Kheti से मालामाल बनेंगे किसान, जानें उन्नत किस्में और खेती का तरीका! ये हैं धान की 7 बायोफोर्टिफाइड किस्में, जिससे मिलेगी बंपर पैदावार दूध परिवहन के लिए सबसे सस्ता थ्री व्हीलर, जो उठा सकता है 600 KG से अधिक वजन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Karz maafi: राज्य सरकार की बड़ी पहल, किसानों का कर्ज होगा माफ, यहां जानें कैसे करें आवेदन Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Krishi DSS: फसलों के बेहतर प्रबंधन के उद्देश्य से सरकार ने लॉन्च किया कृषि निर्णय सहायता प्रणाली पोर्टल
Updated on: 30 September, 2021 5:18 PM IST
Rye cutlivation

आज हम अपने इस लेख में आपको राई की खेती के साथ-साथ राई की उन्नत किस्मों की जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं,  जिससे आप राई की फसल की पैदावार को बढ़ा सकते हैं एवं उससे अच्छा मुनाफा भी कमा सकते हैं.

दरअसल, किसी भी फसल की खेती करने के लिए जरुरी है यह जानना कि मिटटी की गुणवत्ता, उचित तापमान, फसल की खेती के लिए पानी कितना देना चाहिए, फसल की बुवाई किस समय और किस प्रकार करनी चाहिए. तो आइये आपको बताते हैं कि राई की खेती उचित जानकारी एवं उसकी उन्नत किस्मों के बारे में-

राई की खेती के लिए निम्न बातों को ध्यान में रखना चाहिए-

  • राई की खेती के लिए इसकी मिटटी दोमट, चिकनी, काली आदि सभी प्रकार की मिटटी अच्छी मानी जाती है.

  • राई की खेती के लिए 20 सेल्सियस तापमान उचित माना जाता है.

  • राई की खेती के लिए भूमि समतल होनी चाहिए, जिससे की पानी का भराव न हो.

  • राई एक शीतोष्ण कटिबंधी पौधा है, इसलिए इसकी बुवाई ठण्ड के मौसम में की जाती है.

  • राई की खेती के लिए सड़ी हुई कम्पोस्ट खाद उचित माना जाता है. वहीं बात करें उर्वरक की तो इसकी खेती के लिए 40 किलोग्राम नाइट्रोजन, 20 किलोग्राम फॉस्फोरस एवं 40 किलोग्राम पोटाश उचित होता है. 

  • राई की अच्छी उपज के लिए इसमें सिंचाई की प्रक्रिया पहले फसल के फुल आने से पूर्व करनी चाहिए. दूसरी सिंचाई की प्रक्रिया फसल के फलियों के बाद करनी चाहिए.

राई की उन्नत किस्में (Improved Varieties Of Mustard Seeds)

यहाँ आपको राई की उन्नत किस्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी खेती से आप अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैं.

वरुण (Varun)

राई की यह किस्म 135 – 140 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 20 – 22 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 42% तेल निकलता है.

पूसा बोल्ड (Pusa Bold)

राई की यह किस्म 120 – 140 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 18 – 20  कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 42% तेल निकलता है.

क्रांति (Kranti)

राई की यह किस्म 125 – 130 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 20 – 22 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 40 % तेल निकलता है.

राजेंद्र राई पिछेती (Rajndra Raye Picheti)

राई की यह किस्म 105 – 115  दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 12 – 15 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 41% तेल निकलता है.

राजेंद्र अनुकूल (Rajendra Anukul)

राई की यह किस्म 105 – 115  दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 10 – 13 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 40% तेल निकलता है.

राजेंद्र सुफलाम (Rajendra Suflam)

राई की यह किस्म 105 – 115 दिन में पककर तैयार हो जाती है. इस किस्म की औसतन उपज 12 – 15 कुंतल प्रति हेक्टेयर होती है. राई की इस किस्म में 40% तेल निकलता है.

English Summary: Method of cultivation of rye, improved varieties
Published on: 30 September 2021, 05:24 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now