बढ़ती बीमारियों के बीच आजकल लोगों ने घर पर ही हर्ब गार्डन बनाना शुरू कर दिया है. हर्ब गार्डन में सेहत और रसोई की जरुरतों को पूरा करने के लिए छोटे-छोटे गमलों में ही तुलसी, गिलोय, पुदीना, लेमनग्रास, अजवाइन, चाइव्स, इतावली, करी पत्ता, अदरक, मिर्च, ऑरीगैनो आदि पौधे उगाए जा सकते हैं. अगर आप भी गार्डनिंग के शौकीन हैं और गार्डन में हर्बल प्लांट उगाना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है. चलिए जानते हैं कि घर में हर्ब गार्डन कैसे तैयार करें.
हर्ब गार्डन के लिए उचित स्थान का चुनाव
हर्ब गार्डन को तैयार करने के लिए आपको उचित स्थान का चुनाव करना होगा. पौधों को विकास के लिए पर्याप्त सूर्य प्रकाश और हवा की जरुरत होती है. ऐसे में छत-आंगन, बालकनी जैसे स्थान सही रहेंगे. अगर आपके घर में जगह कम है तो आप खिड़की या रोशनदान में भी गमले लगाकर हर्ब उगा सकते हैं. इसके अलावा छत की रेलिंग पर भी हैंगिंग पॉट या बक्से लटकाकर गार्डनिंग कर सकते हैं.
हर्ब गार्डन के लिए सही किस्म का चुनाव
हर्बल गार्डनिंग के लिए पॉट्स में हार्डी किस्मों को उगाएं, जिससे पौधों पर मौसम बदलाव का ज्यादा असर न पड़े. इसके अलावा कम्पेनियन प्लांटिंग का ध्यान रखें. इस तरह की प्लांटिंग में दो या ज्यादा तरह के पौधों को एक साथ उगाया जाता है ताकि रोग और कीट के संक्रमण को रोकने में मदद मिले. जैसे कि कुछ हर्ब पौधे एक-दूसरे का कीट पतंग से बचाव करते हैं. और कुछ पौधों एक दूसरे में कीट लगने का कारण बन सकते हैं.
हर्ब गार्डन के लिए बर्तन का चुनाव
हर्ब प्लांट जैसे तुलसी, लेमनग्रास, मिर्च, करी पत्ता के पौधे बढ़ते हैं इसलिए इन्हें लगाने के लिए थोड़े बड़े गमलों का चुनाव करें. पुदीना, धनिया के लिए आप छोटे गमलों का इस्तेमाल कर सकते हैं. कोई भी हर्ब लगाने से पहले गमले के नीचे छेद कर लें, ताकि जलनिकासी होती रहे और मिट्टी में ज्यादा पानी न रहे. वहीं हर्ब गार्डनिंग के लिए वर्टिकल पॉकेट ग्रो बैग भी काफी अच्छे होते हैं. इन घर की बालकनी या बाहर दीवार पर टांग कर उनमें बने हुए पॉकेट्स में हर्ब के पौधो को लगाया जाता है.
सिंचाई करते समय इस बात का रखें ध्यान
ज्यादा पानी देने पर गमले में उगाए जाने वाली हर्बल प्लांट्स की जड़े गल जाती हैं और पौधों का ठीक से विकास नहीं हो पाता. कई बार पौधे मर जाते हैं. ऐसे में ध्यान ऱखें कि हर्ब प्लांट में तभी पानी दें जब मिट्टी की पहली परत सूख जाए. इसके अलावा मिट्टी में ऊंगली डालकर आप नमी चेक कर सकते हैं. हर्ब प्लांट को पानी देने समय ड्रिप या फुव्वारा तकनीक का इस्तेमाल करे.
पौधों के विकास के लिए आर्द्रता है जरुरी
हर्ब प्लांट्स के विकास के लिए नमी होना जरुरी है. ऐसे में आप प्लांट पॉट को छोटे-छोटे पत्थरों से भरे ट्रे पर रखें. इन चट्टानों के बीच की जगह में पानी भर दें. यह पानी वाष्पीकृत होकर आसपास की हवा को नमी देता है.
कौन-कौन से प्लांट लगा सकते हैं
हर्बल गार्डन में कई तरह के प्लांट लगाए जा सकते हैं. इसमें तुलसी, जीरा, सौंफ, अजवाइन, लेमन ग्राम, पुदीना, धनिया, कैलेंडुला, स्टेविया, विंटर सेवरी, अजमोद, ओरिगैनो, लैवेंडर, रोजमैरी, डिल आदि प्लांट्स उगा सकते हैं.
पौधों के विकास के लिए खाद जरूरी
जड़ी-बूटियों, मसालों को उगाने में ज्यादा मेहनत नहीं लगती, लेकिन इन्हें हल्की धूप, पानी और खाद की जरुरत होती है. आप हर्ब प्लांट्स में गोबर से बनी खाद, नीम खली, सब्जियों का सूखा कचरा आदि का पाउडर डाल सकते हैं. यह पौधों के विकास में सहयोगी होता है.
बीज या पौध का चुनाव
अजवाइन, सौंफ, जीरा, धनिया जैसे पौधे आप घर में मौजूद रॉ बीज से उगा सकते हैं. पुदीना, लेमनग्रास जैसे पौधों उगाने के लिए आप स्थानीय नर्सरी से स्वस्थ पौध खरीद सकते हैं. इसके अलावा अन्य हर्ब प्लांट्स के लिए आप ऑनलाइन बीज या पौध मंगवा सकते हैं.
कटिंग है जरूरी
धनिया, पुदीना जैसी पत्तियों वाली हर्ब प्लांट के पत्ते जल्दी-जल्दी तोड़े जाते हैं ताकि नए पत्ते आ सकें. इसके अलावा अन्य प्लांट्स की हल्की कटिंग भी जरुरी होती है.