भारत एक किसानों का देश है. जहां पर ज्यादातर लोग खेती-बाड़ी पर ही निर्भर होते हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में विभिन्न प्रकार की खेती की जाती है. जिसमें से कुछ खेती को मौसमों के आधार पर उगाई व कटाई जाती है. इन्हीं में से एक रबी की फसल है. जिसकी उगाई व कटाई देशभर में सबसे अधिक होती है.
सरकार भी खेती करने के लिए किसानों प्रोत्साहित करती रहती है और नई-नई योजनाओं को भी लागू करती है. जिससे किसान भाइयों को परेशान न हो और साथ ही उनकी आय में वृद्धि हो सके. तो आइए आज इस लेख में हम रबी की फसल की कटाई का सही समय के बारे में जानते हैं...
रबी की फसल (Rabi crop)
अगर आप एक किसान हैं, तो आप इस फसल के बारे में जानते ही होंगे. रबी की फसल की बुवाई के लिए तापमान कम होना चाहिए. वहीं इसे पकते समय शुष्क जलवायु की आवश्यकता होती है. यह फसल अक्टूबर-नवंबर के महीने में बोई जाती हैं. रबी की फसल को ठंडी की फसल भी कहा जाता है, क्योंकि इसे ठंड के मौसम में बोया जाता है. रबी की फसल में मुख्यता गेहूँ, जौ, आलू, चना, मसूर, अलसी, मटर व सरसों आदि फसलों को माना जाता हैं. गेहूं और मक्के को देश में सबसे अधिक उगाया जाता है. क्योंकि बाजार में इसकी मांग अधिक होती है और देश के किसान भाइयों को भी इस खेती से अच्छा मुनाफा होता है.
रबी की फसल की कटाई (harvesting of rabi crops)
अभी देशभर में रबी की फसल की कटाई का समय चल रहा है. आपको बता दें कि रबी की फसल की कटाई फरवरी के अंत से शुरू हो जाती है और यह कटाई मार्च के अंतिम तक चलती है. कटाई के बाद रबी की फसल को अच्छी धूप में सुखने के लिए छोड़ दिया जाता है. फसल के सुखने के बाद मुड़ाई की जाती है.
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अगर हम खरीफ की फसल की बात करें, तो किसान खरीफ की फसल की कटाई सितंबर-अक्टूबर के महीने में करते है. वहीं इस फसल को वर्षा ऋतु यानी की जून-जुलाई के महीने में बोया जाता है.
इस फसल में मुख्यताः धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर, मूंग, उड़द, कपास, जूट, मूंगफली और सोयाबीन है. इन फसल को खेत में अच्छे से तैयार होने के लिए उच्च तापमान, उच्च आर्द्रता और फसल के पकते वक्त शुष्क वातावरण की जरूरत होती है.