Papaya Farming: पपीते की खेती से होगी प्रति एकड़ 12 लाख रुपये तक कमाई! जानिए पूरी विधि सोलर पंप संयंत्र पर राज्य सरकार दे रही 60% अनुदान, जानिए योजना के लाभ और आवेदन प्रक्रिया केवल 80 से 85 दिनों में तैयार होने वाला Yodha Plus बाजरा हाइब्रिड: किसानों के लिए अधिक उत्पादन का भरोसेमंद विकल्प किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 8 July, 2024 6:18 PM IST
मूली की हाइब्रिड किस्म X-35 है किसानों की पहली पसंद (Picture Credit - Krishi Jagran)

मौजूदा वक्त में किसान पारंपरिक फसलों की जगह पर उन फसलों की खेती करने लगे हैं जिनसे कम लागत, कम समय और कम श्रम में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है. मूली भी उन्हीं फसलों में से एक है. देश में पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पंजाब और असम सहित कई राज्यों में मूली की प्रमुख रूप से व्यावसायिक होती है. वही मूली कम समय में अच्छा उत्पादन देने के साथ ही, पारंपरिक फसलों की समय अवधि में कई बार उत्पादन दे देती है. ऐसे में अगर आप एक किसान हैं और मूली की खेती करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस सीजन में मूली की हाइब्रिड किस्म X-35 की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.

मूली की खेती कब करें?

देश के कई राज्यों में मूली की खेती लगभग सालभर होती है, लेकिन ज्यादातर राज्यों में मूली की व्यावसायिक खेती आमतौर पर रबी के मौसम में होती है. वही रबी के मौसम के लिए सितंबर से जनवरी तक मूली की खेती होती है, जबकि गर्मी के मौसम के लिए मार्च-अप्रैल में और खरीफ सीजन के लिए जून से अगस्त में खेती होती है. वही फसल से अधिक पैदावार के लिए जल निकासी वाली गहरी बुलाई दोमट मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ वाली वर्मी कंपोस्ट खाद का इस्तेमाल करके किसान मूली का बेहतर उत्पादन ले सकते हैं.

ये भी पढ़ें: टमाटर की फसल में तेजी से फैल रहा है यह खतरनाक वायरस, जानें लक्षण और उपाय

मूली की हाइब्रिड किस्म X-35

बीज उत्पादक कंपनी Somani Seedz द्वारा विकसित मूली की नई किस्म हाइब्रिड X-35 छोटे किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इसकी खेती से किसानों को शानदार मुनाफा होता है. यही वजह है कि यह किस्म किसानों के द्वारा काफी ज्यादा पसंद की जा रही है. X-35 मूली की बढती लोकप्रियता व बेहतर परिणाम को देखते हुए कंपनी इस उन्नत किस्म के बीज को उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, पंजाब हरियाणा, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और उड़ीसा समेत कई राज्यों में बेच रही है.

मूली की हाइब्रिड किस्म X-35 की विशेषताएं

• 'HY RADISH X-35' किस्म 18-22 सेंटीमीटर लंबी होती है.
• मूली का वजन लगभग 300-400 ग्राम तक होता है.
• यह किस्म लगभग 22-25 दिनों के अंदर तैयार हो जाती है.
• इस किस्म से किसान को प्रति एकड़ लगभग तीन लाख रुपये तक का मुनाफा होता है.
• मूली की इस किस्म को किसान अपने खेत में 20 फरवरी के बाद से 15 नवंबर तक बुवाई कर सकते हैं.

एमएफओआई -2024 में रेडिश कैटेगरी Somani Seedz द्वारा प्रायोजित

मिलेनियर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड- 2024 में लगभग 300 कैटेगरी है, जिसमें से मिलेनियर हॉर्टिकल्चर फार्मर ऑफ इंडिया- रेडिश कैटेगरी भी एक है. यह कैटेगरी Somani Seedz कंपनी द्वारा प्रायोजित है. ऐसे में अगर आप मूली की खेती करने वाले एक मिलेनियर किसान हैं यानी आपकी सालाना आमदनी 10 लाख रुपये से ज्यादा है, तो इस कैटेगरी में अवार्ड पाने के लिए रजिस्ट्रेशन लिंक पर विजिट करके अपना आवेदन कर सकते हैं.

Somani Seedz कंपनी क्या है?

सोमानी सीड्स कंपनी के पास सब्जियों के बीज विकसित करने का कई वर्षों का अनुभव है. सोमानी सीड्स सभी मौसम के अनुकूल एक समयांतराल पर सब्जियों की सामान्य और संकर किस्में विकसित करती रहती है. वही Somani Seedz कंपनी किसानों को गुणवत्तापूर्ण और उच्च उपज वाले बीज प्रदान करके कृषि लाभ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.

English Summary: hybrid variety of radish X 35 first choice of farmers radish category in MFOI 2024
Published on: 08 July 2024, 06:23 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now