जबरदस्त है गहरी जुताई के फायदे, कम लागत के साथ बढ़ता है उत्पादन! 10 वर्ष पुरानी आदिवासी पत्रिका 'ककसाड़' के नवीनतम संस्करण का कृषि जागरण के केजे चौपाल में हुआ विमोचन Vegetables & Fruits Business: घर से शुरू करें ऑनलाइन सब्जी और फल बेचना का बिजनेस, होगी हर महीने बंपर कमाई Rural Business Idea: गांव में रहकर शुरू करें कम बजट के व्यवसाय, होगी हर महीने लाखों की कमाई एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान!
Updated on: 17 February, 2022 5:40 PM IST
हाथों से करें कटाई .

बढ़ते समय के साथ तकनीकों में भी ग़जब का विकास हुआ है. जो आज के समय की मांग और जरुरत दोनों है. आज के समय में हमारे पास हर वो संसाधन है जिसकी मदद से हम कृषि कार्य को बड़ी आसानी से कर सकते हैं. फसलों की बुवाई करनी हो या फिर कटाई, हर चीज़ के लिए कृषि यंत्र मौजूद हैं.

लेकिन आज भी कई फसल है जिनकी कटाई के लिए हाथों का इस्तेमाल सबसे बेहतर माना जाता है. आज इस कड़ी में हम इस विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगें.

प्याज

प्याज की खेती देश के लगभग हर राज्य में सालभर की जाती है. इसकी खेती देश भर में बड़े पैमाने पर होती है. अब सोचने वाली बात यह है कि जिस फसल की बाजारों में मांग इतनी अधिक है उस फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक की विधि का सही होना बेहद जरुरी है. तो चलिए जानते हैं कि प्याज की उन्नत कटाई आखिर क्यों है जरुरी? अगर अब आपका फसल तैयार है और आप उसे निकालना चाहते हैं, तो जान लीजिये आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं.

जब आप प्याज की फसल निकालने जाएं, तो सदैव इस बात का ध्यान रखें कि प्याज और उसके बल्बों को किसी किस्म का नुकसान ना होने पाए. आपको बेहद सावधानी बरतनी पड़ेगी. सबसे पहले आप प्याज को छूने के पहले जमीन के ऊपर से खींचे या फिर उसकी खुदाई कर लें. बल्बों के चारों तरफ से मिट्टी को धीरे-धीरे हिलाते चलें. फिर जब मिट्टी हलकी हो जाए तब आप प्याज को नीचे, उसकी जड़ से आराम से निकाल लें. प्याज निकालने के बाद उसे यूं ही न छोड़ दें. इसके बाद खुले में प्याज को सुखा दें. उसके बाद आप प्याज को प्लास्टिक या जूट की बोरियों में रख कर बाजार में बेच सकते हैं या खुद के इस्तेमाल के लिए भी रख सकते हैं.

आलू

आलू सभी फसलों में सबसे अधिक लोकप्रिय है. इसका इस्तेमाल सभी सब्जियों में आप आसानी से कर सकते हैं. अधिकांश स्थानों पर आलू दो रंगों के मिलते हैं, सफेद और लाल. आपको बता दें कि इसके अलावा एक तीसरा रंग भी है मटमैला धूसर रंग. इस किस्म के आलू आपको हर जगह दिख जाएगा.

अगर आपकी आलू की फसल तैयार हो गई है, तो उसे कैसे निकालें, ये आप यहाँ से जान सकते हैं. कई लोग इसके लिए खुरपी का इस्तेमाल करते हैं. यह नहीं करना चाहिए, क्योंकि अनेक बार आधे से ज्यादा आलू खुरपी से कट जाता है. कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि इसके लिए बांस सबसे बेहतर है, बशर्ते वह नया और हरा हो. इससे आप सबसे पहले तो आलू के चारों तरफ की मिट्टी को ढीली कर दें, फिर अपने हाथ से ही आलू निकालें. आप बांस से आलू निकालने की गलती हरगिज ना करें. बांस, सिर्फ मिट्टी को साफ करने, हटाने के लिए है.

ये भी पढ़ें: जायद फसलों (Zaid Crop) की बुवाई करने का उपयुक्त समय और विधि

गाजर

गाजर एक सीजनल फसल है. जो आपको सिर्फ ठण्ड में ही मिलती है. हालाकिं बढ़ती तकनीक और अलग-अलग किस्मों के कृपा से अब आप कोई भी फसल कभी भी,कहीं भी उगा सकते हैं. इसकी कटाई हाथों से सबसे बेहतर होती है. इसे आप ऊपर से पकड़ कर खींचे. इसकी जड़ें मिट्टी से जुड़ी होती है. बेहतर तो यह होता है कि आप पहले हाथ अथवा बांस की सहायता से मिट्टी को ढीली कर दें या हटा दें और उसके बाद गाजर को आसानी से खींच लें. गाजर को आप जब उखाड़ें, तो उसके पत्तों को तोड़ कर अलग कर लें और फिर समस्त गाजर को पानी में बढ़िया से धोकर सुखा लें. इस तरह आपकी फसल अब बिल्कुल तैयार है.

खीरा

खीरा एक ऐसा पौधा है, जो बुवाई के 45 से 50 दिनों में ही तैयार हो जाता है. इसके लिए किसानों को ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती है. इसकी कटाई के लिए चाकू का इस्तेमाल सबसे बेहतर होता है. खीरा का लत्तर कई बार आपकी हथेलियों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. बेहतर यह होगा कि आप इसके लत्तर को अलग करने के लिए चाकू का ही इस्तेमाल करें.

English Summary: Harvesting, Harvest, Harvest the best in these crops using hand
Published on: 17 February 2022, 05:47 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now