मिनी दाल मिल और पावर वीडर समेत 5 कृषि यंत्रों पर मिल रही है भारी सब्सिडी, जानें पूरी आवेदन प्रक्रिया उत्तर से दक्षिण तक मौसम का कहर! 12 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें कहां कैसा रहेगा मौसम देसी गायों की डेयरी पर मिलेगी ₹11.80 लाख तक की सब्सिडी, जानिए आवेदन की पूरी प्रक्रिया किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 31 January, 2019 3:28 PM IST

खून से सने हुए हाथ अब जेलों में खुशहाली की फसल उगाने का काम कर रहे हैं. अपने किसी जुर्म की सजा काट रहे कैदी अब हथियारों को छोड़कर हाईटेक किसान बन रहे हैं. इन कैदियों को जेल से बाहर निकलने के बाद आधुनिक खेती और सरकारी योजना के सहारे लाभान्वित करने की योजना बनाई जा रही है. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है. यहां जेल में बद कैदियों को खेती-किसानी का हुनर सिखाया जा रहा है. इसकी शुरूआत भोपाल के सेंट्रल जेल से की गई है. पहले चरण में ऐसे 300 कैदियों को आधुनिक खेती के लिए चुना गया है जो ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखते हैं और साथ ही अच्छी तरह से खेती करना जानते हैं.

कैदियों को दी जा रही ट्रेनिंग

सभी जेल में खेती किसानी के लिए कैदियों को तीन महीने की ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद उनको डिप्लोमा का प्रमाणपत्र भी दिया जाता है.

अलग-अलग डिप्लोमा कोर्स

भोपाल सेंट्रल जेल अधीक्षक, दिनेश नरगावे ने बताया कि जेल प्रशासन ने कैदियों के लिए इग्नू की सहायता से आधुनिक खेती के डिप्लोमा कोर्स शुरू किए हैं. तीन माह के इस कोर्स में ट्रेनिंग से लेकर सरकार की उन तमाम योजनाओं के बारे में भी बताया जा रहा है, जो कृषि क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं. ये डिप्लोमा कोर्स जैविक खेती, जल संचयन एवं प्रबंधन, ऑफ सीजन में फल-सब्जियों का प्रबंधन, कुक्कुट पालन, मधुमक्खी पालन, मछली पालन, पॉली हाउस, डेयरी और ड्रिप व फव्वारा सिंचाई से संबंधित हैं.

जेल कैदियों को होगा लाभ

जेल में खेती का काम करने वाले ये सभी कैदी हत्या के मामले में अलग-अलग सजा काट रहे हैं. इनकी सजा तीन माह में पूरी होने वाली है. इन्ही कैदियों को स्पेशल डिप्लोमा कोर्स के लिए चुना गया है ताकि वे यहां से बाहर जाने के बाद आधुनिक खेती के सहारे कम लागत में अधिक और गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन कर सकें. प्रदेशभर के सभी केंद्रीय जेलों में सजा काट रहे कैदियों के लिए यह प्रयोग पहली बार किया गया है. इसके साथ ही पहली बार उनके लिए कृषि क्षेत्र में इस तरह का डिप्लोमा भी चलाया गया है. इससे किसान ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित हो सकेंगे.

English Summary: Haitek farmer is getting prisoner in jail here, getting diploma in modern farming
Published on: 31 January 2019, 03:32 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now