सर्दी के मौसम में हरी सब्जियों की मांग सबसे अधिक होती है. क्योंकि इन सब्जियों में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. इन्हीं सब्जियों में एक पालक है, जिसे सर्दी के मौसम में सबसे अधिक खाया जाता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पालक की न सिर्फ सब्जी बनाई जाती है, बल्कि सूप, जूस व कई स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाए जाते हैं. अगर आप अपने घर में पालक की खेती करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए अच्छा विकल्प साबित हो सकता है.
पालक की खेती (Spinach farming)
पालक की खेती से अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए अक्टूबर से नवंबर का महीना सबसे उपयुक्त माना जाता है. वैसे आप इसके बीजों को अपने होम गार्डन या फिर टेरिस गार्डन पर किसी भी महीने में सरलता से उगा सकते हैं. लेकिन घर में पालक लगाने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. जैसे कि आपको पहले सामान्य मिट्टी लेनी है और फिर उसमें गोबर खाद को मिलाना है. इसके बाद आपको इसे थोड़ी मात्रा में रेत को अच्छी से डालकर मिलाना है.
इतना करने के बाद आपको थोड़ी मात्रा में नीम खली को मिलाना है. अगर आपके पास यह उपलब्ध नहीं है, तो आप इसके बिना भी मिट्टी को तैयार कर सकते हैं.
इस विधि से उगाएं घर में पालक
पालक को घर में अलग-अलग तरीके की विधि के मुताबिक लगा सकते हैं, जिसमें से पहला तरीका डायरेक्ट विधि और वहीं दूसरा तरीका ट्रांसप्लांट विधि होता है.
ट्रांसप्लांट विधि में पहले पौधों को सीडलिंग ट्रे या फिर किसी छोटे गमलों में पौधों को तैयार किया जाता है, जब पौधे 3 से 4 इंच बढ़े हो जाते हैं. तब उसे गार्डन या फिर बड़े गमलों में लगाया जाता है. लेकिन वहीं डायरेक्ट विधि में आपको पौधे तैयार करने की आवश्यकता नहीं होती है. इसमें आपको पालक के बीजों को गमले की मिट्टी में सीधे लगा देनी है. लेकिन ध्यान रहे कि अच्छा उत्पादन प्राप्त करने के लिए हमेशा अच्छी क्वालिटी के पालक बीज को ही लगाएं.
इसके बाद गमलों में 0.5 इंच की गहराई में बीजों को लगाएं.
फिर आवश्यकता के अनुसार इसमें पानी दें.
जब तक बीजों का जर्मिनेट न हो जाए तब तक इसकी नमी को हमेशा बनाएं रखें. इसी के साथ आप ओवरवॉरिंग से आपको बचना चाहिए.
ऐसे करने के बाद पालक की सीड्स बनने में 6 से 8 दिन का समय लगता है. इस तरह से आपको 4 से 5 हफ्ते बाद ही पालक की पत्तियां प्राप्त हो जाएगी.
पालक उगाने के लिए जरूरी टिप्स
सही मात्रा में पालक के पौधे को धूप मिलती रहे. इसके लिए गमले को ऐसे स्थान पर रखें जहां पौधे को प्राप्त मात्रा में धूप मिलती रहे.
अगर आप गर्मी के मौसम में इसकी खेती करते हैं, तो फसल को हर दिन पानी दें.
कई तरह के कीट व रोग से बचाने के लिए मिट्टी में जैविक खाद का इस्तेमाल जरूर करें.
एक पौधे से 3 से 4 बार पालक की पत्तियां तोड़ने के बाद आप पालक के नए बीज ग्रो कर पाएंगे.