सर्दियों के मौसम में लोगों की सबसे लोकप्रिय सब्जी पालक होती है. देश में भी हरी पत्तेदार सब्जियों की खेती सबसे बड़े पैमाने पर की जाती है. आपको बता दें कि भारत में सितंबर से लेकर नवंबर के महीने तक पालक, मेथी, धनिया जैसी पत्तेदार सब्जियों की खेती (leafy vegetable cultivation) के लिए मौसम बेहद अनुकूल होता है.
ऐसे में देश के किसान भाई अपने खेत में इन सब्जियों को उगाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोगों की सबसे मनपसंद सब्जी पालक होती है.
पालक पर एक नजर
हरी सब्जियों में सबसे अधिक विटामिन पाया जाता है. जो कि सबसे ज्यादा पालक में होता है. इस सब्जी में विटामिन-ए, विटामिन-सी, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस जैसे कई खनिज तत्व मौजूद होते हैं. जिसके चलते देश-विदेश में पालक की सब्जी, सलाद, भाजी, पराठे, पकौड़े और जूस आदि कई तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं. देखा जाए तो बाजार में भी पालक के अच्छे दाम होते हैं. पालक की एक गड्डी 15 से 20 रुपए के हिसाब से बिकती है.
पालक की खेती के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable climate for spinach cultivation)
पालक की खेती किसानों के लिए बेहद फायदेमंद है. इसकी सबसे अच्छी खासियत यह है कि आप इसे कम समय में भी अच्छे से तैयार कर सकते हैं. इसकी खेती के लिए मौसम सामान्य सर्द सबसे अच्छा माना जाता है. आमतौर पर किसान इसे ठंड के मौसम में सबसे अधिक उगाते हैं. क्योंकि इस मौसम में इसकी उपज अच्छी होती है. पालक की अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान अपने खेत में पालक की ऑल ग्रीन, पूसा पालक, पूसा हरित और पूसा ज्योति किस्मों की बुवाई करें.
पालक के लिए मिट्टी (soil for spinach)
वैसे तो पालक को कई तरह की मिट्टी में उगाया जाता है. कई लोग इसे घर की छत व बालकनी में क्यारियां, कंटेनर बनाकर भी पालक को उगाते हैं. लेकिन पालक की खेती (Spinach farming) के लिए नमकीन या लवणीय मिट्टी अच्छी मानी जाती है. पालक किसानों के लिए इसलिए भी मुनाफे की खेती है, क्योंकि जन मिट्टी में किसी भी फसल से अच्छी उपज प्राप्त नहीं होती है. वहां पालक की सबसे अच्छी उपज मिलती है. दोमट मिट्टी भी पालक की खेती के लिए अच्छी मानी जाती है. इस मिट्टी में किसान कम मेहनत में इसकी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
पालक के लिए खाद और बीज (Fertilizers and Seeds for Spinach)
पालक की अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान इस बात का भी ध्यान रखें कि वह अपने खेत में अच्छी मात्रा में जैविक खाद या वर्मी कंपोस्ट का इस्तेमाल करें. पालक की खेती में नाइट्रोजन का इस्तेमाल जरूर करें. क्योंकि इससे फसल में अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं और वहीं जैविक तरीके से पालक की खेती करने वाले किसान अपने खेत में जीवामृत का इस्तेमाल करें.
बीज की मात्रा (seed quantity)
अगर आप एक हेक्टेयर खेत में पालक की खेती (Spinach farming) करना शुरू करते हैं, तो आपके लिए 30 से 32 किलोग्राम बीजों की आवश्यकता पड़ेगी, जिससे आप 150 से 200 क्विंटल तक अच्छी फसल प्राप्त कर सकते हैं.
15 दिनों में पालक का उत्पादन (Spinach production in 15 days)
पालक की सबसे अच्छी खासियत यह है कि किसान अपने खेत में एक बार बुवाई के बाद 5 से 6 कटाईयां करके अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकता है और फिर एक बार की कटाई के बाद किसान दोबारा 15 दिनों में पालक की फसल प्राप्त कर सकता है.
पालक की सिंचाई का सही समय (Right time for spinach irrigation)
किसान अपने खेत में सर्दियों के मौसम में लगभग 10 से 15 दिन के अंतराल इसकी सिंचाई जरूर करें. ध्यान रहे कि फसल की कटाई करने के दो-तीन दिन पहले भी भी हल्की सिंचाई करनी चाहिए. ताकि आपको उत्पादन अच्छा प्राप्त हो सके.
कीट प्रबंधन (pest management)
पालक की फसल (spinach crop) का किसानों को बेहद खास ध्यान रखना होता है. क्योंकि यह फसल सीधे तौर पर जमीन से जुड़ी होती है, इसलिए इसमें कवक रोग व कीटों का लगना लाजमी है. अक्सर यह भी देखा गया है कि पालक की फसल में खरपतवारों के साथ-साथ कैटरपिलर और इल्लियों का प्रकोप सबसे अधिक होता है. सबसे अधिक पालक में इल्लियां नुकसान पहुंचाती हैं. यह पत्तियों के बीच में पाई जाती है और धीरे-धीरे पूरी फसल को बर्बाद कर देती है. इन सभी खतरनाक रोगों की रोकथाम के लिए किसान खेत में नीम-गौमूत्र आधारित कीटनाशक का समय रहते यानी 20 दिनों के अंतराल पर अच्छी मात्रा में छिड़काव करें.
पालक की पैदावार (spinach production)
अगर आप पालक की उन्नत किस्मों (improved varieties of spinach) का चयन करते हैं, तो आप इसकी खेती 20 से 25 दिनों के अंदर 15 से 30 सेंटीमीटर तक बढ़ा सकते हैं और वहीं साधारण किस्मों को लगाने से फसल को पकने में लगभग 30 दिनों का समय लगता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पालक की पहली कटाई पौधों की जड़ों से 5 से 6 सेंटीमीटर ऊपर ही करनी चाहिए. इसके बाद इन्हीं जड़ों से आप लगभग 15 दिनों में 5 से 6 कटाईयां करके बंपर उत्पादन (Spinach Production) प्राप्त कर सकते हैं. जिससे आपको अधिक लाभ प्राप्त होगा.