Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 19 March, 2021 10:18 AM IST
Polyhouse Farming

अकसर किसानों की फसलें नुकसान हो जाया करती हैं. बेचारे अन्नदाता भी आधुनिक तकनीक से अनिभिज्ञ होने के चलते असहाय ही बने रहते हैं. वे चाहकर भी कुछ कर नहीं पाते हैं. नतीजतन, उन्हें बड़ी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ता है, लेकिन हम अपनी इस खास रिपोर्ट में अपने किसान भाइयों को एक ऐसी तकनीक से रूबरू कराने जा रहे हैं, जिसके बारे में जानकर न महज हमारे किसान भाइयों को कुछ नया सीखने को मिलेगा, बल्कि इस तकनीक का सहारा लेकर हमारे किसान भाई अपनी फसलों को बेमोसम मार से भी बचा सकते हैं.

क्या है पॉलीहाउस?

हम जिस तकनीक की बात कर रहे हैं, वो कुछ और नहीं, बल्कि पॉलीहाउस ही है. पॉलीहाउस वह तकनीक है, जिसके जरिए किसान अपनी फसलों को बेमौसम मार से बचा सकते हैं. आप पॉलीहाउस का सहारा लेकर वर्ष में कोई भी बेमौसमी फसल उगा सकते हैं. अगर आप पॉलीहाउस के बिना फसल उगाते हैं, तो आप मौसम की गिरफ्त में फंस जाते हैं. आप एक उचित मौसम में एक उचित फसल को ही उगा सकते हैं, लेकिन अगर आप पॉलीहाउस का सहारा ले लेते हैं, तो आप किसी भी मौसम में कोई भी फसल उगा सकते हैं. आप मौसम की गिरफ्त से मुक्त हो जाते हैं. आज कल यह तकनीक काफी प्रचलित हो रही है. बेमौसम मार से अपनी फसलों को नुकसान होने से बचाने के लिए हमारे किसान भाइयों का रूझान पॉलीहाउस की ओर तेजी से बढ़ रहा है.

कैसे शुरू कर सकते हैं पॉलीहाउस में खेती?   

राजीव शर्मा के मुताबिक, अब अगर पॉलीहाउस के लाभों के बारे में जानने के बाद आपका भी रूझान इस ओर तेजी से बढ़ रहा है, तो आप राष्ट्रीय हॉर्टिकल्चर बोर्ड डिपार्टमेंट या नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन से संपर्क कर इस संदर्भ में सहायता प्राप्त कर सकते हैं. यह दो भारत सरकार के ऐसे संस्थान हैं, जिनसे आप पॉलीहाउस के संदर्भ में सहायता प्राप्त कर सकते हैं.    

कितना आता है खर्चा   

वहीं, अगर पॉलीहाउस के निर्माण में आने वाले खर्चे की बात करें तो राजीव शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक, यूं तो कई प्रकार के पॉलीहाउस बाजार में मौजूद हैं, जिसके अनुसार उनकी कीमत तय है, मगर औसतन एक पॉलीहाउस के निर्माण में औसतन 56 लाख रूपए से लेकर 60 लाख रूपए तक का खर्चा आ सकता है. कीमत इससे भी ज्यादा आगे जा सकती है.   

मिल सकता है सब्सिडी का लाभ

अगर हमारे किसान भाइयों में से कोई किसान पॉलीहाउस की सुविधा प्राप्त करने में आर्थिक रूप से अक्षम है, तो आप सरकार की तरफ से इसके लिए आर्थिक सहायता भी प्राप्त कर सकते हैं. सरकार की तरफ से पॉलीहाउस खरीदने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जाती है, जिनके तहत आप पॉलीहाउस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. बता दें कि सरकार की तरफ से किसानों को पॉलीहाउस प्राप्त करने के लिए 50 फीसद तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है.

मुनाफा  

राजीव शर्मा से मिली जानकारी के मुताबिक, पॉलीहाउस से कोई भी किसान औसतन 6 से 7 लाख रूपए की आय कमा सकता है, लेकिन अगर बाजार में किसान भाइयों को इसका अच्छा लाभ मिला तो किसान इससे भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. अगर किसानों को बाजार में उनकी फसलों का उचित दाम मिल जाए तो संभावना है कि वो इससे ज्यादा मुनाफा भी कमा सकते हैं.

नोट : पॉलीहाउस के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे किसान भाई राजीव शर्मा से संपर्क कर सकते हैं.

संपर्क नंबर : 7895590800

English Summary: full information about polyhouse
Published on: 19 March 2021, 10:27 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now