Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 May, 2023 10:11 AM IST
जानें कैसे होती है कॉफी की खेती

हमारे देश में कॉफी पीने वालों की तादाद बहुत ज्यादा है. युवाओं के बीच इसका सबसे ज्यादा क्रेज है. चाहे ऑफिस हो या घर आजकल युवा वर्ग चाय से ज्यादा कॉफी पीना पसंद कर रहा है. अगर आप भी कॉफी पीने के शौकीन हैं तो क्या आप ये जानते हैं कि इसकी खेती सबसे ज्यादा कहां और कैसे होती है? अगर नहीं तो आइये, इसके बारे में विस्तार से जानें.

ऐसे होती है कॉफी की खेती

कॉफी की खेती मुख्य रूप से पहाड़ी इलाकों में होती है. अगर भारत में इसकी खेती के बारे में बात करें तो केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु में बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन किया जाता है. इसकी खेती करने के लिए सबसे पहले जुताई करके मिट्टी को ढीला कर लिया जाता है. कुछ दिनों तक ऐसे ही छोड़ने के बाद खेत को समतल बनाया जाता है. फिर चार से पांच मीटर की पंक्ति व उसी दूरी पर गड्ढे तैयार किए जाते हैं. अब प्रत्येक पंक्ति में पौधे लगाने का काम शुरू होता है. वहीं, गड्ढे में जैविक और रासायनिक खाद मिट्टी में मिलाकर डाल दिया जाता है. फिर, सभी गड्ढों को भरने के बाद सिंचाई की प्रक्रिया होती है.

यह भी पढ़ें- कॉफी की इन पांच किस्मों को जीआई टैग मिला

सर्दी का मौसम कॉफी के लिए नहीं हैं उपयुक्त

कॉफी की खेती के लिए 150-200 सेंटीमीटर वर्षा की भी आवश्यकता होती है. वहीं, सर्दी का मौसम कॉफी के लिए सही नहीं होता है. माना जाता है कि ऐसे मौसम में पौधों की वृद्धि नहीं हो पाती है. इसके पौधे गर्मियों में 30 डिग्री व सर्दियों में 15 डिग्री तक का तापमान झेल सकते हैं. वैसे तो आजकल भारत में कई तरह की कॉफी की खेती होती है लेकिन केंट कॉफी सबसे पुरानी है. केरल में इसका सबसे ज्यादा पैदावार होती है. बाजार में इसके रेट भी अच्छे मिल जाते हैं. कई किसान इसकी खेती से मालामाल बन चुके हैं.  वहीं, अरेबिका कॉफी को हमारे देश में सबसे अच्छा माना जाता है. कर्नाटक में इसका सर्वाधिक उत्पादन होता है. अगर पूरे देश की बात करें तो इस राज्य में अकेले अरेबिका कॉफी का 70 प्रतिशत हिस्सा उगाया जाता है. इसके अलावा, उत्पादन के बाद इसे विदेशों में भी भेजा जाता है.  

English Summary: fond of drinking coffee then know how it is cultivated
Published on: 15 May 2023, 10:19 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now