Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 21 July, 2022 12:55 PM IST
Dragon Fruit Cultivatio

आजकल किसान सिर्फ पारंपरिक खेती ही नहीं खेती की आधुनिक तकनीक अपना कर भी अपने मुनाफे को बढ़ाने की कवायद में लगे हैं. अब खेती सिर्फ पेट भरने का जरिया नहीं है.

यह लाभ कमाने का माध्यम भी बन चुकी है. आजकल किसान भाइयों में ड्रैगनफ्रूट की खेती का चलन काफी बढ़ चुका है. काफी कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाने की दृष्टि से ड्रैगनफ्रूट की खेती फायदे का सौदा है.

ड्रैगनफ्रूट की बढ़ती मांग के कारण

आजकल ड्रैगनफ्रूट की खेती इसलिए बढ़ गई है, क्योंकि लोग इसे काफी पसंद करते हैं. यह बहुत सी बीमारियों के निवारण में काम आता है.डायबिटीज, कैंसर, गठिया और पेट संबंधी समस्याओं के लिए तो यह रामबाण है. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है और डेंगू के इलाज में भी इसका प्रयोग किया जाता है. भूख बढ़ाने के लिए भी यह बेजोड़ है और त्वचा और बालों के लिए वरदान की तरह है. यही वजह है कि विदेशी समझे जाने वाले इस फल की बाजार में बहुत अच्छी कीमत मिलती है.

क्या है ड्रैगनफ्रूट

ड्रैगनफ्रूट एक प्रकार की कैक्टस की बेल है और इसकी खेती शुष्क स्थानों पर की जाती है. जैसा कि कैक्टस को पानी की जरूरत कम होती है और ड्रैगनफ्रूट भी कैक्टसप्रजाति का ही फल है तो इसे भी बहुत कम पानी चाहिए. यह पौधा रेगिस्तानी पौधों की तरह खुद ही पानी का संचय कर लेता है.

कैसी मिट्टी है उपयुक्त

रेतीली दोमट मिट्टी से लेकर साधारण दोमट मिट्टी समेत विभिन्न प्रकार की मिट्टियों में इसकी खेती की जा सकती है.

कैसा होता है फल

यह देखने में अत्यंत खूबसूरत होता है. इसके एक पौधे से 8 से 10 फल प्राप्त होते हैं. एक फल का वजन 300 से 500 ग्राम होता है और यह बाजार में 300 से 400 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बड़ी आसानी से बिकता है.

वर्ष में 3 बार फल देता है ड्रैगनफ्रूट

ड्रैगनफ्रूटकी खासियत यह है कि यह साल में एक बार नहीं 3 बार फल देता है, इसलिए किसान आजकल इसकी खेती को प्राथमिकता देने लगे हैं.

कहां होती है खेती

ड्रैगनफ्रूट बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों में उगाया जाता है. इसकी खेती कम वर्षा वाले क्षेत्रों में की जाती है . भारत में कृषि को मानसून का जुआ कहा जाता है और आज भी बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं, जहां बरसात अच्छी नहीं होती. ऐसे क्षेत्रों के लिए ड्रैगनफ्रूट की खेती बहुत लाभदायक हो सकती है क्योंकि इसकी खेती कम वर्षा वाले क्षेत्रों में ही की जाती है. बरसात को छोड़कर किसी भी मौसम में इसकी पौधे लगाए जा सकते हैं.

कितनी होगी कमाई

एक एकड़ में तीन से चार लाख के निवेश के साथ साल भर में 7 से 8 लाख रुपये की कमाई आराम से की जा सकती है. यही कारण है कि किसान भाइयों का रुझान ड्रैगनफ्रूट की खेती की ओर बढ़ा है.

English Summary: Farming of dragon fruit will give good profit to farmers, will get fruits 3 times a year
Published on: 21 July 2022, 12:59 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now