PM Kisan Update: 4 राज्यों के किसानों को मिली 21वीं किस्त, जानें बाकी किसानों को कब तक मिलेगा लाभ? Weather Update: यूपी, पंजाब, हरियाणा और उत्तराखंड समेत इन राज्यों में होगी बारिश, जानिए अपने यहां का पूरा मौसम अपडेट Sankalp Retail: देशभर में कृषि-इनपुट खुदरा व्यापार को बदलना और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 6 November, 2021 2:51 PM IST
Maize Farming

सभी किसान भाइयों की यही कोशिश रहती है कि वह ज्यादा से ज्यादा उत्पादन प्राप्त कर अच्छी आमदनी अर्जित करें, लेकिन जानकारी के अभाव में ऐसा संभव नहीं हो पाता है, क्योंकि कृषि कार्य करने के लिए किसानों के पास ये जानकारी नहीं होती है कि वो किस माह में कौन - सा कृषि कार्य करें.

क्योंकि मौसम कृषि कार्य को बहुत प्रभावित करता है. इसलिए तो अलग- अलग सीजन में अलग फसलों की खेती की जाती है, ताकि फसल की अच्छी पैदावार ली जा सकें. इस समय खरीफ सीजन समाप्त होने के कगार पर है और किसान रबी फसलों की बुवाई कर रहे हैं. ऐसे में आइये जानते है कि नवंबर माह में किसान कौन -सा कृषि कार्य करें-

धान

  • धान की शेष पकी फसल की कटाई कर लें.

गेहूं

  • धान की कटाई के बाद गेहूं की बुवाई के लिए खेत की तैयारी तत्काल कर लें. खेत की तैयारी के दौरान यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि मिट्टी भुरभुरी हो जाये और ढेले न रहने पायें.
  • प्रमाणित और शोधित बीज ही बोयें.
  • यदि बीज शोधित न हो तो अनुशंसित कीटनाशक से शोधित कर लें.
  • खाद और बीज एक साथ डालने के लिए फर्टी-सीड ड्रिल का प्रयोग करना अच्छा होगा.

जौ

  • जौ की बुवाई नवंबर के मध्य पूरी कर लें.
  • यदि बीज प्रमाणित न हो, तो बुवाई से पूर्व अनुशंसित कीटनाशक से उपचारित करें.

राई

  • बुवाई के 15-20 दिन के बाद घने पौधों की छँटनी करके पौधों की आपसी दूरी 15 सेमी कर लें.
  • बुवाई के 5 सप्ताह के बाद पहली सिंचाई और फिर ओट आने पर प्रति हेक्टेयर 75 किग्रा नाइट्रोजन का छिड़काव करें.

चना

  • बुवाई के 30-35 दिन के बाद निराई-गुड़ाई कर लें.

मटर

  • मटर में बुवाई के 20 दिन के निराई अवश्य कर लें.
  • बुवाई के 40-45 दिन बाद पहली सिंचाई करें. फिर 6-7 दिन बाद ओट आने पर हल्की गुड़ाई भी कर दें.

मसूर

शीतकालीन मक्का

  • सिंचाई की सुनिश्चित व्यवस्था होने पर रबी मक्का की बुवाई माह के मध्य तक पूरी कर लें.
  • बुवाई के लगभग 25-30 दिन बाद पहली सिंचाई कर दें.
  • पौधों के लगभग घुटने तक की ऊँचाई के होने या बुवाई के लगभग 30-35 दिन बाद प्रति हेक्टेयर 87 किग्रा यूरिया की टाप ड्रेसिंग कर दें.

शरदकालीन गन्ना

  • बुवाई के 3-4 सप्ताह बाद निराई-गुड़ाई कर लें.

जई

  • नवंबर का पूरा महीना चारे हेतु जई बोने के लिए अच्छा है.

सब्जियों की खेती

  • आलू की बुवाई यदि अक्टूबर में न हो पायी हो तो अब जल्दी पूरी कर लें.
  • टमाटर की बसन्त/ग्रीष्म ऋतु की फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई कर दें.
  • प्याज की रबी फसल के लिए पौधशाला में बीज की बुवाई करें.

फलों की खेती

  • आम एवं अन्य फलों के बाग में जुताई करके खरपतवार नष्ट कर दें.
  • केले में पर्ण धब्बा एवं सड़न रोग के लिए अनुशंसित कीटनाशक का छिड़काव करें.

पुष्प व सगन्ध पौधे

  • देशी गुलाब की कलम काटकर अगले वर्ष के स्टाक हेतु क्यारियों में लगा दें.
  • ग्लेडियोलस में स्थानीय मौसम के अनुसार सप्ताह में एक या दो बार सिंचाई करें.
English Summary: Farming in November: Get more yield from these agricultural works
Published on: 06 November 2021, 02:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now