Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 24 April, 2024 12:41 PM IST
Drumstick farming - सहजन की खेती से लाखों में कमाई

Drumstick farming: सहजन जिसे मोरिंगा के नाम से भी किसानों के बीच पहचाना जाता है और यह एक बहु उपयोगी पेड़ है. इसते सभी भाग अनेक पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिसमें फल, फूल, पत्तियों और बीज शामिल है. किसानों को सहजन की खेती करने से काफी लाभ प्राप्त होता है. छोटे किसानों के लिए मोरिंगा की खेती किसी वरदान से कम नहीं है, इसकी खेती करके किसान कम समय में लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं. किसान सहजन की खेती बंजर जमीन पर भी कर सकते हैं और इसके साथ अन्य फसलों की भी खेती की जा सकती है.

कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आज हम आपको सहजन की खेती की संपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं.

सहजन के पौधे में पोषक तत्व

सहजन के पौध में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य लाभ पहुंचाते हैं. सहजन में कार्बोहाइड्रट, प्रोटीन, पानी, वसा,  विटामिन, कैल्शियम, मैगनीशियम, आयरन एलिमेंट, मैगनीज, फॉस्फोरस, पोटेशियम और सोडियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं. 300 से अधिक रोगों के रोकथाम के गुण सहजन में पाए जाते हैं. बता दें, इसमें 90 टाइप के मल्टीविटामिन्स, 45 टाइप के एंटी आक्सीडेंट गुण, 35 टाइप के दर्द निवारक गुण और 17 टाइप के एमिनो एसिड पाए जाते हैं.

ये भी पढ़ें: जमीन की उर्वरता बढ़ाने के लिए किसान करें हरी खाद का इस्तेमाल, जानें कैसे होगा लाभ

सहजन के सभी अंगो का सेवन

सहजन के पौधें की 4 से 6 मीटर लंबाई होती है और इसमें फूल आने पर 90 से 100 दिनों का समय लगता है. किसान अपनी जरूरत के अनुसार विभिन्न अवस्थाओं में इसके फल की तुड़ाई कर सकते हैं. बुवाई करने के लगभग 160 से 170 दिनों में इसके पौधे पर फल तैयार होना शुरू हो जाते हैं. मोरिंगा की कच्ची-हरी फलियां सबसे अधिक उपयोग में ली जाती हैं. आपको बता दें, सहजन की पत्ती, फूल, फल, बीज, डाली, छाल और जड़ों को खाया जा सकता है.

सहजन की उन्नत किस्में

भारत में सहजन या मोरिंगा इसकी उन्नत किस्मों में पी.के.एम 1, कोयम्बटूर 2, रोहित 1 और पी.के.एम 2 शामिल है. सहजन की इन उन्नत किस्मों का पौधा लगाना किसानों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है.

सहजन के लिए उपयुक्त भूमि व जलवायु

किसान सहजन की खेती किसी भी प्रकार की मिट्टी में कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए सूखी बलुई या चिकनी बलुई मिट्टी अच्छे उत्पादन के लिए उपयुक्त मानी जाती है. गर्म इलाकों में सहजन का पौधा आसानी से फल फूल जाता है. इसके पौधे को पानी की ज्यादा जरूरत नहीं होती है. ठंडे इलाकों में मोरिंगा की खेती काफी कम का जाती है, क्योंकि इसका पौधा अधिक सर्दी सहन नहीं कर सकता है. इसकी खेती के लिए 25 से 30 डिग्री तापमान का सबसे उपयुक्त माना जाता है.

सहजन के पौधे की रोपाई

सहजन के पौधे की बुआई करने के लिए किसानों को पहले गड्ढे बना लेने चाहिए. जब खेत पूरी तरह से खरपतवार मुक्त हो जाए, तो 2.5 X 2.5 मीटर की दूरी पर 45 X 45 X 45 सेंमी. के आकार के गड्ढा बना लेने चाहिए. इसके बीजों की रोपाई करने से पहले इन्हें गड्ढ़ो में या फिर पॉलीथीन बैग में तैयार किया जाता है. जब पौधा की लंबाई लगभग 75 सेंमी का हो जाती है, तो इसके ऊपरी भाग को तोड़ कर इसकी शाखाओं को निकलना आसान हो जात है.

सहजन के पौधे की कटाई

सहजन के पौधे लगाने के बाद लगभग 4 से 5 सालों तक इससे फलन लिया जा सकता है. हर साल फसल प्राप्त करने के बाद इसके पौधे को काटना जरूरी होता है. फरवरी-मार्च और सितम्बर-अक्टूबर में इसकी फल देने वाले किस्मों की तुड़ाई का जाती है. इसके प्रत्येक पौधे से लगभग 40 से 50 किलोग्राम तक सहजन को सालभर में प्राप्त किया जा सकता है. इसकी फसल लगाने के पहले साल के बाद एक साल में दो बार इससे उत्पादन होता है और इसका एक पेड़ 10 सालों तक अच्छा-खासा  उत्पादन देता है.

सहजन के पेड़ से कमाई

भारतीय बाजारों में सहजन के पौधे की मांग में बढ़ोतरी देखने को मिलती है, जिससे लाभ भी ज्यादा मिलता है. किसान यदि एक एकड़ में इसकी खेती करते है, तो इससे लगभग 1500 पौधे लगाए जा सकते हैं. यदि इसका पेड़ अच्छी तरह से बढ़ता है, तो केवल 8 महीने में तैयार हो सकता है, जिससे आपको 3000 किलो तक का कुल उत्पादन प्राप्त हो सकता है.

English Summary: farmers will earn lakhs from drumstick cultivation production will be available for 10 years
Published on: 24 April 2024, 12:45 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now