सरकारी सब्सिडी के साथ करें इलायची की खेती, हर महीने कमाएं लाखों, जानें पूरी डिटेल जायटॉनिक एक्टिव से पाएं रासायनिक दवाओं की बेहतर गुणवत्ता और लंबा असर! वैश्विक मंच पर फिर गूंजेगी बस्तर की आवाज़: रूस यात्रा पर डॉ. त्रिपाठी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 25 January, 2021 6:40 PM IST
Dragon Fruit Cultivation

किसानों को पारंपरिक खेती के साथ अक्सर कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उद्यानिकी फसलों की खेती करने की सलाह दी जाती है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह कि उद्यानिकी खेती करने से कम लागत में अच्छा मुनाफा लिया जा सकता है. अब बिहार के किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती करके मोटा मुनाफा कमा रहे हैं. भागलपुर के सबौर में स्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय बिहार के कोसी-सीमांचल के किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रेरित कर रहा है.

स्वास्थ्य के लिहाज से फायदेमंद

यहां के कृषि वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ड्रैगन फ्रूट स्वास्थय के लिहाज से बेहद फायदेमंद होता है. दरअसल, इसमें विटामिन-बी, सी, फास्फोरस, आयरन मैग्नेशियम जैसे तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. यही वजह है कि इसके सेवन से हार्ट, कैंसर, डायबिटीज, मोटापा और अर्थराइटिस जैसी बिमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है.

 

इन जिलों में हो रही खेती

संस्थान के वैज्ञानिकों का कहना है ड्रैगन फ्रूट से प्रति एकड़ 14 लाख रुपये की कमाई की जा सकती है. यही वजह कि किसानों में ड्रैगन फ्रूट की खेती के प्रति रुझान बढ़ रहा है. कृषि वैज्ञानिक हेमंत कुमार का कहना है कि पहले यहां केवल 10 एकड़ में ही ड्रैगन फ्रूट की खेती होती थी लेकिन अब इसका रकबा लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां के पूर्णिया, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, अररिया तथा नालंदा जैसे क्षेत्रों में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है. 

 

25 साल तक देता है फल

कृषि वैज्ञानिकों का कहना हैं कि ड्रैगन फ्रूट का पौधा लंबे समय तक फल देता है. इससे लगातार 25 साल तक फल लिए जा सकते हैं. वैज्ञानिक हेमंत कुमार का कहना हैं ड्रैगन फ्रूट की खेती ख़ास तरीके से की जाती है. इसके लिए खेतों में पिलर लगाए जाते हैं. हर पिलर पर ड्रैगन फ्रूट के चार पेड़ों की लत्तिनुमा मोटी शाखाएं चढ़ा दी जाती है. उन्होंने बताया कि इसके पौधों में मार्च माह में फूल आते हैं. इसके 35 दिनों बाद पौधे पर फल पक जाते हैं. इसमें से 6 से 7 महीने तक फल आते हैं. 

300 रुपये किलो बिकता है

ड्रैगन फ्रूट से किसान अच्छी कमाई कर सकते हैं. यदि किसान इसे मंडी में थोक भाव में बेचते हैं तो 250-300 रुपये प्रति किलो के भाव मिल जाते हैं. वहीं खेरची में यह 400 से 500 रुपये किलो बिकता है. एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट की खेती करने में 5 से 7 लाख रुपये का खर्च आता है. वहीं प्रति एकड़ इससे 14 लाख की कमाई हो जाती है. ऐसे खर्च काटकर शुद्ध मुनाफे की बात करें तो प्रति एकड़ 7 से 8 लाख रुपये की कमाई हो सकती है. 

English Summary: Farmers of Bihar are getting rich from dragon fruit cultivation, can take fruits for 25 years
Published on: 25 January 2021, 06:41 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now