Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 22 October, 2020 12:53 PM IST
Successful Farmer

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के छोटे से गांव कुमठी के किसान सुभाष गुर्जर ने टमाटर की आधुनिक खेती करके एक नई मिसाल कायम की है. लिहाजा उन्हें टमाटर की खेती से लाखों की रुपये की कमाई हो रही है. 

उन्हें यह सफलता तब मिली जब उन्होंने पारंपरिक खेती को छोड़कर आधुनिक  तकनीक का दामन थामा. तो आइये जानते हैं सुभाष की टमाटर की आधुनिक खेती का तरीका -

हर पौधे में 200 सौ टमाटर (200 hundred tomatoes per plant)

सुभाष ने अपने एक एकड़ के नेट हाउस में मल्चिंग टेक्नीक से टमाटर के करीब 10 हजार पौधे लगाए. यह पौधे उन्होंने जुलाई महीने में लगाए थे. बीज के सही चुनाव और खाद-सिंचाई के सही समन्वय से उन्होंने यह पौधे तैयार किए.

आख़िरकार सुभाष की मेहनत रंग लाई और उनके टमाटर के पौधे करीब 9 फीट के हो गए और हर पौधे में 200-200 टमाटर लगे हैं. अब उन्होंने टमाटर की तुड़ाई शुरू कर बाजार में पहुंचाना शुरू कर दिया है.

स्पेनी टमाटर का बीज (Spanish Tomato Seeds)

उन्होंने टमाटर की इस नई किस्म का बीज हैदराबाद से मंगवाया था. 

जो कि स्पेन देश का है. करीब दस हजार पौधों के लिए उन्होंने 50 रुपये खर्च किए. इसके बाद उन्होंने बीज को डुल्हार रोपणी में पौधों को तैयार करवाया.  सुभाष का कहना है कि उन्होंने तैयार पौधों को अपने एक एकड़ में फैले नेट हाउस में मल्चिंग तकनीक से  लगाया.

शॉवर का उपयोग (Shower access)

सुभाष ने आगे बताया कि उन्होंने पौधों के अच्छे विकास के लिए नेट हाउस में पौधों के ऊपर शॉवर लगाए. नेट हाउस का तापमान बढ़ने पर वे शॉवर की मदद से पौधों के ऊपर पानी का छिड़काव करते हैं. जिससे तापमान पौधे के अच्छे के विकास के अनुकूल हो जाता है.

सुभाष ने बताए कि उन्होंने बीज खरीदी से लेकर अब तक पौने दो लाख रुपये का खर्च कर दिया है. 8 महीने के बाद अब पौधों में टमाटर की बंपर पैदावार हो रही है. यह पौधे अगले 5 महीनों तक फल देंगे. जिससे उन्हें 4 लाख रुपये का मुनाफा होने की संभावना है. 

सरकारी अनुदान (Government grants)

सुभाष ने नेट शेड के लिए राष्ट्रीय कृषि विकास योजनांतर्गत क्लस्टर के अंतर्गत जिला उद्यानिकी विभाग खंडवा से सब्जियों की खेती के लिए 34 लाख का लोन लिया. जिसमें सरकार ने उन्हें लगभग 17 लाख रुपये की सब्सिडी प्रदान की. टमाटर की खेती से पहले सुभाष इसमें खीरा और शिमला मिर्च की खेती ले चुके हैं. हर खेती से उन्हें 4 लाख रुपये तक का मुनाफा होता है.

English Summary: famous story tomato crop planted by malching technique in net house
Published on: 22 October 2020, 12:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now