Fall Army Worm Pest in Maize Crop: किसानों को उनकी फसल का सही उत्पादन दिलाने के लिए केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार के द्वारा भी समय-समय पर कई महत्वूपर्ण कदम उठाए जाते हैं या फिर खेती से जुड़ी जरूरी सलाह जारी की जाती है. इसी क्रम में बिहार सरकार कृषि विभाग ने मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म (FAW) कीट के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए किसानों को सतर्क किया है. यह कीट पत्तियों को नुकसान पहुंचाकर फसल की उत्पादकता को प्रभावित करता है. सरकार ने इसकी पहचान और प्रबंधन के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
आइए आज के इस आर्टिकल में हम मक्का फसल में फॉल आर्मी वर्म कीट/ Fall army worm pest in maize crop की पहचान और इसे नियंत्रण करने के सरल उपाएं के बारे में विस्तार से जानते हैं.
फॉल आर्मी वर्म की पहचान/Identifying Fall Army Worm
- यह कीट हरे, जैतूनी, हल्के गुलाबी या भूरे रंग का लार्वा होता है.
- लार्वा के प्रत्येक उदर खंड पर चार काले धब्बे होते हैं.
- सिर के बीच में " \ " आकार की संरचना दिखाई देती है.
- शुरुआत में यह कीट पत्ती की सतह को खुरचकर खाता है, जिससे पत्तियों पर कटे-फटे छिद्र बन जाते हैं.
फॉल आर्मी वर्म का प्रबंधन
कृषि विभाग ने किसानों को इस कीट से बचाव और नियंत्रण के लिए जैविक और रासायनिक उपाय सुझाए हैं.
1. फेरोमोन फंदे का प्रयोग
- इस कीट की संख्या कम करने के लिए प्रति हेक्टेयर 10 फेरोमोन फंदों का उपयोग करें.
2. जैविक नियंत्रण
- 5% नीम बीज कर्नेल इमल्शन (NSKE) या एजाडिराक्टिन 1500 पीपीएम को 5 मिली प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें.
3. रासायनिक नियंत्रण
किसान निम्नलिखित रासायनिक कीटनाशकों में से किसी एक का छिड़काव कर सकते हैं:
- स्पिनेटोरम 11.7% एससी – 0.5 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
- क्लोरें ट्रोनिलिप्रोएल 18.5% एससी – 0.4 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
- थियामेथोक्साम 12.6% + लैम्बडा साइहैलोथ्रीन 9.5% जेडसी – 0.25 मिली प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें.
4. विशेष चारा (जहरीला चुग्गा) का प्रयोग
अत्यधिक प्रकोप होने पर जहरीला चारा तैयार करें:
- 10 किलो चावल की भूसी और 2 किलो गुड़ को 2–3 लीटर पानी में मिलाकर 24 घंटे तक किण्वन के लिए छोड़ दें.
- प्रयोग से पहले 100 ग्राम थायोडिकार्ब 75% WP मिलाकर छोटे-छोटे गोल टुकड़े बना लें.
- शाम के समय पौधों के गम्भा (Whorl) में प्रति एकड़ डालें.
ड्रोन पर अनुदान/Drone subsidy
बिहार सरकार किसानों को ड्रोन से छिड़काव/Spraying with Drone करने पर 240 रुपये प्रति एकड़ की दर से अनुदान प्रदान कर रही है. यह सुविधा अधिकतम 10 एकड़ तक उपलब्ध होगी.
किसान कहां करें संपर्क?
इस योजना का लाभ उठाने और अधिक जानकारी के लिए किसान अपने सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण) या जिला कृषि पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
कृषकों के लिए सुझाव
- मक्का फसल/Maize crop की नियमित निगरानी करें.
- जैविक और रासायनिक उपायों को सही समय पर अपनाएं.
- ड्रोन तकनीक का उपयोग कर अनुदान का लाभ उठाएं.
सरकार किसानों को इस संकट से बचाने के लिए हर संभव मदद कर रही है. किसान को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसल को इस कीट से बचाने के लिए सुझाए गए उपायों को अपनाएं और कृषि विभाग से संपर्क में रहें.