साइकस पाम के पौधे में भी मेल-फिमेल होते हैं. साइकस को सांगो पाम भी कहा जाता है. यह पौधा फ्लावर की तरह होता है. यह एक पत्तेदार पौधा होता है जो घर की सजावट की ख़ूबसूरती के काम आता है. साइकस गर्म तापमान इलाक़ों में भी लगाया जा सकता है लेकिन सूरज की तेज किरणों से पौधे को बचाना चाहिए जिससे की साइकस का पौधा ख़राब ना हो. साइकस के पौधे को सेट के अन्दर रखना चाहिए. जिससे की साइकस का पौधा अच्छी ग्रोथ कर सके. साइकस के पौधे को पानी की मात्रा बहुत कम लगती है सुबह शाम पानी देने की की ज़रूरत नहीं अगर प्लांट में नमी है तो पानी नहीं देना चाहिए पूरी तरह सूख जाने पर पानी की ज़रूरत होती हैं. अच्छी देखभाल कर के एक खूबसूरत साइकस फ्लावर को तैयार किया जा सकता है. फ्लावर पूरी तरह तैयार होने पर इसको और ज़्यादा खूबसूरत बनाने के लिए आप साइकस के प्लांट में छोटे-छोटे फ्लावर के पौधे भी लगा सकते हैं जिससे साइकस का पौधा और भी खूबसूरत लगेगा
साइकस
इसमें साल में एक या दो बार लीज़ निकलती है जिसका आकर एक फ्लावर की तरह दिखाई देती है. साइकस का पौधा लगभग 50 दिन में फ्लावर के रूप में नजर आने लगता है. साइकस फ्लावर में पूरी तरह ग्रोथ होने के बाद seeds बीज निकलते है. साइकस को दो तरीक़े से ग्रो कर सकते हैं एक तो इसमें से seeds निकलते हैं या इसके तने के पूरे क्षेत्र में छोटे छोटे प्लांट निकल जाते है उनको अलग करके दूसरे पोट में ट्रान्सफर कर सकते हैं और दूसरे साइकस प्लांट बना सकते हैं.
खाद- फ़र्टिलाइजर
साइकस को NPK या गोबर का खाद देना चाहिए. खाद देने का समय 3 से 4 माह का होना चाहिए जिससे साइकस का पौधा अच्छी ग्रोथ कर सके. खाद देते समय पौधा कितने साइज का है उसके आधार पर खाद की मात्रा तय करें. छोटे पौधे में 3 से 4 चमच खाद की आवश्यकता होती हैं और पौधा बड़ा है तो आप खाद की मात्रा बढ़ा सकते हैं.
साइकस में किट
साइकस के पौधे में समान्य समस्याएं देखी गई है. साइकस में 3 से 4 समस्याएं देखी जाती है. साइकस में लीज़ निकलते समय मीलबक्स का हमला कई बार देखा गया हैं. लीज़ का स्टार्ट होना स्केल का अटेक रोटरोय आदी.साइकस के पौधे की सूखी पत्तियों को काट दें, इससे पौधे को कोई नुक़सान नही होगा और हरी पत्तियों के बीच में पीलापन आने लगे तो साइकस के पौधे में मैग्नेशियम की कमी आ रही हैं इसके लिए आपको मैग्नीशियम सल्फ़ेट पौधे को देना होगा. साइकस के पौधे में सफ़ेद रंग के कीड़े और चिट्टियाँ भी पौधे को नुक़सान पहुँचती है इनसे बचने के लिए आप साइकस के पौधे पर पानी की तेज बौछार से इसको हटा सकते हैं.
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