Organic Fertilizers Prepared At Home: आज के समय में लोग तेजी से ऑर्गेनिक खेती और बागवानी की ओर बढ़ रहे हैं. इससे न केवल हमें रसायन मुक्त सब्जियां और फल मिलते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी बचाने में मदद मिलती है. अगर आप भी घर पर ऑर्गेनिक सब्जियां उगाना चाहते हैं, तो आपको जैविक खाद की जरूरत होगी. अच्छी बात यह है कि आप इसे आसानी से घर पर तैयार कर सकते हैं.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, घर में बनने वाली 5 आसान ऑर्गेनिक खाद!
1. किचन वेस्ट कंपोस्ट
किचन से निकलने वाले जैविक कचरे से कंपोस्ट बनाना सबसे आसान और सस्ता तरीका है.
सामग्री: सब्जियों और फलों के छिलके, चायपत्ती, अंडे के छिलके, और बचा हुआ खाना.
तरीका: एक बड़े कंटेनर में किचन वेस्ट डालें और इसे मिट्टी की परत से ढक दें. हर 3 से 4 दिन में इसे हिलाते रहें. 2 से 3 महीनों में यह खाद तैयार हो जाएगी.
2. गौमूत्र खाद
गौमूत्र एक बेहतरीन जैविक खाद है जो पौधों को पोषण देता है और उन्हें कीटों से भी बचाता है.
सामग्री: 1 लीटर गौमूत्र, 10 लीटर पानी.
तरीका: गौमूत्र को पानी में मिलाकर 2-3 दिन तक छोड़ दें. फिर इस मिश्रण को पौधों पर छिड़कें.
3. केले के छिलकों की खाद
केले के छिलके पोटैशियम और फॉस्फोरस से भरपूर होते हैं, जो पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं.
सामग्री: केले के छिलके और पानी.
तरीका: केले के छिलकों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर मिट्टी में दबा दें या पानी में भिगोकर उसका घोल बना लें और इसे पौधों पर डालें.
4. ग्रीन टी खाद
अगर आप ग्रीन टी पीते हैं, तो उसके इस्तेमाल किए हुए टी बैग्स या पत्ती को फेंकने के बजाय खाद के रूप में उपयोग करें.
सामग्री: ग्रीन टी बैग्स या पत्ती.
तरीका: ग्रीन टी बैग्स को मिट्टी में दबा दें या उन्हें पानी में मिलाकर पौधों को सींचें. यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में मदद करता है.
5. रसोई में बचा हुआ चावल का पानी
चावल धोने या पकाने के बाद बचा हुआ पानी पौधों के लिए एक शानदार उर्वरक हो सकता है.
सामग्री: चावल का धुला पानी.
तरीका: चावल का पानी ठंडा होने पर इसे सीधे पौधों में डालें. इसमें मौजूद पोषक तत्व पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं.
कुछ जरूरी सुझाव
- खाद बनाते समय ध्यान रखें कि इसमें प्लास्टिक, कांच या धातु जैसे अपशिष्ट पदार्थ न मिलें.
- तैयार खाद को इस्तेमाल करने से पहले इसे अच्छी तरह जांच लें कि वह पूरी तरह डीकंपोज हो चुकी है.
- घर पर बनाई गई खाद का उपयोग केवल ऑर्गेनिक पौधों पर करें.