Subsidy for Farmers: बायो गैस प्लांट और वर्मी कम्पोस्ट यूनिट पर किसानों को मिलेगी 50% सब्सिडी, जानिए क्या है पूरी योजना? एग्रीकल्चर लीडरशिप कांक्लेव-25 में बस्तर छत्तीसगढ़ के नवाचार को मिला मंच और सम्मान किसानों के लिए वरदान बनी ‘साइज ग्रेडर मशीन’! अब हर फल-सब्जी बिकेगा उसके साइज के मुताबिक, सही दाम पर, जानें कैसे किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 6 September, 2023 12:07 PM IST
Diseases in Broccoli

ब्रोकली की खेती ठंडे मौसम में की जाती है. यह हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है. इसमें मौजूद आयरन, कैल्शियम, विटामिन और अन्य पोषक तत्व हमारे शरीर को स्वस्थ बनाते हैं. बाज़ार में यह काफी महंगा बिकता है. किसान इसकी खेती कर काफी अच्छा लाभ कमाते हैं, लेकिन इन सब्जी उत्पादन में रोग भी लगने का डर लगता है. ऐसे में आज हम आप सभी किसानों को ब्रोकली में लगने वाले रोगों से बचाव के बारे में बताने जा रहे हैं.

ब्रोकली की फसल पर लगने वाले निम्न रोग

काला विगलन

यह जीवाणु जनित रोग होता है, इस रोग से पौधे की पत्तियों के किनारों पर सड़न होने लगती है और ब्रोकली की शिराएं धीरे-धीरे काली और भूरी रंग की हो जाती हैं. पौधों को इस रोग से बचाने के लिए खेत में बीजों को बोने से पहले गर्म पानी में कुछ घंटे तक उपचारित कर लेना चाहिए. इसके अलावा रोगग्रस्त पौधे को उखाड़कर जला देना चाहिए.

पत्ती धब्बा रोग

यह फफूंद जनित रोग होता है. इसके प्रभाव से ब्रोकली की पत्तियों पर गोल धब्बे पड़ने लगते हैं. इस रोग पर नियंत्रण के लिए इंडोफिल M-45 का छिड़काव 1000 लीटर पानी में घोलकर करना चाहिए. इसके अलावा रोगी पौधों को उखाड़कर जला देना चाहिए.

लालामी रोग

बोरॉन की कमी से ब्रोकली में लालामी रोग होता है. यह ब्रोकली का रंग गाढ़ा कत्थई कर देता है. इस रोग का प्रकोप बढ़ने से फूलों और पौधों के डंठल में काले रंग के धब्बे पड़ जाते हैं और पौधा धीरे-धीरे अविकसित होने लगता हैं. इस रोग से बचाव के लिए ब्रोकली के पौधों पर बोरेक्स के घोल का छिड़काव करना चाहिए.

ये भी पढ़ें: प्राकृतिक विधि से जायफल की खेती से होगी दोगुनी कमाई

काली मेखला

काली मेखला भी एक प्रकार कवक रोग होता है. यह रोग पौधे के शुरुआती अवस्था में होता है. इस दौरान ब्रोकली की पत्तियां सूख जाती है और उन पर राख जैसा धूसर रंग चढ़ जाता है. इस रोग के उपचार के लिए आप मिट्टी में दलहनी पौधों की खेती के बाद ही ब्रोकली की खेती करें.  

English Summary: Diseases of Broccoli and its prevention
Published on: 06 September 2023, 12:15 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now