सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 16 October, 2022 11:59 AM IST
गेहूं की किस्म DBW222 करण नरेंद्र

रबी सीजन की शुरूआत होने ही वाली है. ऐसे में देश के कई किसान अपने खेत को तैयार करने में जुट गए हैं, तो कई किसान खरीफ फसल की कटाई कर रहें हैं. गेहूं भारत की मुख्य फसल में से एक है, जो कि रबी सीजन में उगाई जाती है. भारत में सबसे अधिक उत्पादन गेहूं का किया जाता है. 

किसान अब रबी सीजन के लिए खाद बीज का इंतजाम कर रहे हैं. ताकि वह इस सीजन पहले की तुलना में अच्छा उत्पादन कर सकें. ऐसे में किसानों को गेहूं की उन्नत किस्मों की जानकारी होनी आवश्यक है, जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि हो सके. आज इसी कड़ी में कृषि जागरण गेहूं की उन्नत किस्म DBW222 करण नरेंद्र के बारे में बता रहा है, जो कि 143 दिनों में तैयार हो जाती है.

गेहूं की किस्म: करन नरेंद्र DBW 222

DBW222 करन नरेंद्र गेहूं की एक बेहतरीन किस्म है. यह आईसीएआर (ICAR) करनाल द्वारा विकसित एक मुख्य किस्म है. यह मुख्यत: उत्तर भारत के राज्यों में उगाई जाती है. जो कि एक अच्छी उपज के साथ बंपर उत्पादन देती है.

 

इन राज्यों में ऊगाई जाती है करन नरेंद्र DBW 222

गेहूं  की DBW222 करन नरेंद्र किस्म की बुवाई 5 नवंबर से 25 नवंबर के बीच की जाती है. यह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को छोड़कर), पश्चिमी यूपी (झांसी डिवीजन को छोड़कर), जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों, हिमाचल प्रदेश (ऊना जिला और पांवटा घाटी) और उत्तराखंड (तराई क्षेत्र) के कुछ हिस्सों में की जाती है.

करन नरेंद्र DBW 222 की उपज

करन नरेंद्र DBW222 की औसत उपज क्षमता 61.3 क्विंटल/हेक्टेयर है. इसके साथ ही इसकी संभावित उपज 82.1 क्विंटल /हेक्टेयर है.

यह भी पढ़ें : DBW 252 Wheat Variety: गेहूं की इस किस्म से एक बार सिंचाई करने पर 55 क्विंटल तक पैदावार, 127 दिनों में पककर तैयार

करन नरेंद्र DBW 222 में 90 दिनों में आती है बालियां

करन नरेंद्र DBW 222 पौधे की ऊंचाई 103 से.मी होती है. बुवाई के लगभग 95 दिनों के बाद इसमें बालियां आनी शुरू हो जाती हैं और लगभग बुवाई के 143 दिन (सीमा: 139-150 दिन) के बाद यह परिपक्व हो जाती है, जो कि कटाई के लिए तैयार हो जाती है. करन नरेंद्र DBW 222 गेहूं की खास बात यह है कि इसका तना बहुत मजबूत होता है, जो कि तेज हवा में गेहूं को गिरने से बचाता है. इसके अलावा यह पट्टी और पत्ती जंग के लिए प्रतिरोधी है. इसके साथ करनाल बंट (9.1%) और लूज स्मट (4.9%) के लिए अत्यधिक प्रतिरोधी है.

English Summary: DBW 222 Karan Narendra's yield potential is 82.1 quintals strong stems do not allow a single grain of wheat to fall
Published on: 16 October 2022, 12:07 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now