केला एक ऐसा फल है जिसे लगभग सभी लोग खाते हैं. इसका प्रयोग हम पूजा की सामग्री के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी बहुत सी चीजों के लिए भी करते रहते हैं. लेकिन आज हम आपको भारत में होने वाले केले बारे में नहीं बल्कि दूसरे देशों में पाया जाने वाले केला लाल केले के बारे में बताने जा रहे हैं. जो किसान इससे संबंधित खेती करना चाहते हैं, तो हम उसकी जानकारी भी आपको देंगें, और बताएंगे कि कैसे आप लाल केले की खेती को कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं लाल केले की खेती से सम्बंधित पूरी जानकारी.
भारत के केरल राज्य में होता है लाल केला
आस्ट्रेलिया, अमेरिका में पाया जाने वाले इस लाल केला की बात अगर हम भारत में करें तो यह केरल राज्य में भी पाया जाता है. केरल की जलवायु इस केले के पोषण एवं वृद्धि के लिए पूरी तरह अनुकूलित है. लेकिन इसकी खेती अन्य राज्यों में भी खूब होती है.
समजलवायु का पौधा है लाल केला
भारत में केले के लिए कोई भी किस्म हो उसकी वृद्धि के लिए सबसे जरूरी है उसके अनुरूप की जलवायु. भारत के केरल राज्य की जलवायु सम जलवायु है. जिस कारण वहां वर्षा का अनुपात उत्तर भारत के अन्य राज्यों की अपेक्षा ज्यादा है. जिससे वहां इस केले का उत्पादन किया जाता है. लेकिन बढती तकनीकी एवं उन्नत बीजों की सहायता से आज हम कहीं भी इसकी खेती को कर सकने में सक्षम हैं. आज इसकी खेती के लिए आप केरल या उससे सम्बंधित नर्सरी से संपर्क करके इसके पौधे या बीज मंगा कर इसकी खेती कर सकते हैं. इसकी खेती की शुरुआत आपको जुलाई माह में करनी होगी.
डायबिटीज में खा सकते हैं यह केला
डायबिटीज जैसी बीमारी में आपको किसी भी मीठे फल का सेवन करना मना होता है. लेकिन अगर आपके पास लाल केला है तो आप इसे खा सकते हैं. लाल केले में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जिनके कारण इसे डायबिटीज जैसी बीमारी में भी खाया जा सकता है. इस केले में विटामिन A भरपूर मात्र में होता है. जिससे शरीर की हड्डियां मजबूत बनती हैं.
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लाल केला किडनी की बीमारी के लिए भी लाभदायक होता है. यह किडनी में बनने वाली स्टोन को बनने से रोकता है.