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Updated on: 24 April, 2022 3:18 PM IST
Moong Cultivation Update

किसान भाई अधिक लाभ कमाने के लिए अपने खेत में कई तरह की फसलों को उगाते हैं, जिससे वह कम लागत में अधिक मुनाफा कमा सके. इन्हीं में से एक मूंग की खेती (moong cultivation) है. जिसे किसान सबसे ज्यादा अपने खेत में उगाते हैं, क्योंकि इस खेती में कम लागत और जल्दी मुनाफा मिलता है. इस फसल की सबसे अधिक खासियत यह है, कि यह बहुत जल्दी पककर बाजार में आपको उच्च दाम दिलवाती है. इस खेती के कारण देश के ज्यादातर किसान अब आर्थिक तौर पर मजबूत बनते जा रहे हैं.

आपको बता दें कि मूंग से बस किसानों को ही फायदा नहीं होता है. मूंग सेहत और खेत की मिट्टी (farm soil) को भी बेहद लाभ पहुंचाता है. क्योंकि मूंग में लगने से मिट्टी में लगभग 20 से 30 किग्रा प्रति हेक्टेयर नाइट्रोजन की वृद्धि होती है.  नाइट्रोजन मिट्टी के लिए उत्तम माना जाता है. वायुमंडल में उपस्थित 79 प्रतिशत नाइट्रोजन मिट्टी को मिलता है.

मूंग की खेती का उत्पादन (production of mung bean)

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दिन पर दिन मूंग की खेती का चलन बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है. कृषि विभाग (Agriculture Department) के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में 47 हजार किसानों ने 87 हजार हेक्टेयर में मूंग की खेती की, जिसमें से उन्हें लगभग 44 हजार मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ था.

देखा जाए तो मूंग की खेती (moong cultivation) से किसान भाईयों को लगभग 90 करोड़ से अधिक की आय हुई थी. 60 दिन में तैयार होकर बाजार में बिकने वाली मूंग की फसल इस साल एक लाख 10 हजार हेक्टेयर तक पहुंचने की संभावना है. जैसे कि आप जानते हैं खेतों से गेहूं की फसल कट चुकी है, खाली पड़े खेतों में अब किसान मूंग की बुवाई करना शुरू कर रहे हैं.

कृषि विभाग के अनुसार मूंग की फसल (moong crop) की बुवाई  के लिए 20 अप्रैल तक सबसे उचित समय माना जाता है, लेकिन कुछ स्थिति में किसान इसकी बुवाई 30 अप्रैल तक आसानी से कर सकते हैं.

मूंग की खेती में कम लागत और दाम अच्छा (Low cost and good price in the cultivation of moong)

मूंग की खेती किसान भाइयों के लिए सबसे सस्ती खेती में से एक है. क्योंकि यह कम लागत में जल्दी पक के तैयार हो जाती है. यह कुल 60 से 65 दिनों में पूरी तरह से पक जाती है. मूंग की फसल एक दलहनी फसल है, जिसकी बाजार में सबसे अधिक मांग होती है, क्योंकि इस फसल में  24 प्रतिशत तक प्रोटीन की मात्रा पाई जाती है. इसी कारण से बाजार में मूंग फसल के दाम अच्छे मिलते हैं. वर्तमान समय में मूंग की कीमत 7500 रुपए क्विंटल से अधिक है.

मूंग की उन्नत किस्में (Improved varieties of moong)

अगर आप भी इसकी खेती से अधिक लाभ कमाना चाहते हैं, तो आपको इसकी उन्नत किस्में के बारे में जानकारी होनी चाहिए, कि किस किस्म को लगाकर आप अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. मूंग की खेती से अधिक मुनाफा कमाने के लिए इस किस्मों की बुवाई करें.

 उन्नत किस्म- पीडीएम-1३9 (सम्राट), आईपीएम-205-7 (विराट), आईपीएम-410-३ (शिखा), एमएच-421

खेती की तैयारी व अन्य कार्य (Farming preparation and other work)

मूंग की खेती (moong cultivation) के लिए मध्यम दोमट व गहरी काली मिट्टी को उपयुक्त माना गया है. इसके अलावा खेत में बीज दर 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर होनी चाहिए. अधिक पैदावार प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने खेत में 20:40:20 नत्रजन: स्फुर: पोटाश खाद व उर्वरक (potash fertilizers) का उपयोग करना चाहिए.

साथ ही किसानों को खेत में खरपतवार नियंत्रण का भी बेहद ध्यान देना चाहिए. इसके बचाव के लिए आपको खेत में पेंडीमिथिलीन ३0 ई.सी. बोवनी के तुरंत बाद व अंकुरण के पूर्व या इमिजाथापर 750 मिली प्रति हेक्टेयर का इस्तेमाल करें.

English Summary: Cultivation of moong is very beneficial for farmers
Published on: 24 April 2022, 03:22 PM IST

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