कमल के बारे में सभी जानते है एक ऐसा फूल जो कि कीचड़ में उगता है. तालाब और झील के गंदे पानी में ही इसकी खेती होती है, लेकिन ऐसा हमेशा जरुरी नहीं है. कमल का फूल सामान्य खेत में भी खिलता है. यहां तक कि आप इसको अपने घर में भी लगा सकते है. कमल पानी में ही होता है जिसके तने लंबे, सीधे, खोखले होते है और पानी के नीचे कीचड़ में चारों ओर जाते है. कमल का फूल किसानों के लिए बेहतर अजीविका का साधन है जिसके सहारे किसान बेहतर आमदनी को प्राप्त कर सकते है. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के कांठ क्षेत्र में मोढ़ा तेहिया गांव में किसान खेतों में कमल के फूलों को खिलाकर काफी ज्यादा संपन्न हो रहे है.
कई एकड़ जमीन में हो रही खेती
यहां पर पास में ही गांव के पास करीब 67 एकड़ में फैली एक झील है. इसमें कमल के फूल भी उगाए जाते है. जिन लोगों को झील का ठेका नहीं मिलता है वह उसे अपने खेत में खिलाते है. इस पर किसान का कहना है कि गांव की करीब 32 एकड़ जमीन में कमल के फूलों की खेती की जा रही है. दरअसल ये फूल की खेती होने के चलते दिल्ली, बरेली, अलीगढ़, आगरा समेत आसपास के अन्य शहर के कारोबारी यहां से थोक में कमल को ले जाते है. दरअसल इन सभी कमल के फूलों की मांग नवरात्रि से लेकर दीवाली तक बुहत बनी रहती है. यहां के स्थानीय किसानों का कहना है कि धान और गेहूं की फसल में नुकसान की काफी गुजाइंश बनी रहती है.
खेत में खिलता ऐसे कमल
कमल एक ऐसा फूल है जिसकी खेती को जुलाई अगस्त के दौरान किया जाता है. खेत की जुताई करके उसमें कमल की जड़े लगाई जाती है और बाद में इसके बीज को बोने का कार्य किया जाता है. इसके करीब दो महीने तक खेत में पानी भरा रहना चाहिए. यानि कि पानी और कीचड़ दोनों ही इसके लिए बने रहने चाहिए. इसकी फसल अक्टूबर-नवंबर में कटने के लायक हो जाती है. इसकी जड़ों में जितनी गांठे होती है उतने ही पौधे बाहर आते है.इसके बीजों का गुच्छा भी पौधों पर ही तैयार होता है.
कम समय में अधिक आमदनी
कमल की खेतीकम समय में ज्यादा आमदनी देती है. इसमें एक एकड़ में करीब छह हजार पौधे तैयार हो सकते है. इसके फूल करीब 12 हजार रूपये में थोक में बिक जाते है. इसके बीज के पत्ते और कमल गट्टे अलग-अलग बिकते है. एक ही फसल से तीन तरह की चीजें तैयार होती है. धर्मपाल बताते है कि कमल के फूल लगाने से 15 से 22 हजार रूपये का खर्च आ जाता है. इससे 55 हजार तक की आमदनी हो जाती है.