Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 13 November, 2024 12:41 PM IST
एरोपोनिक विधि से करें आलू की खेती (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Aeroponic Farming Tips: भारत की लगभग 75 प्रतिशत से अधिक आबादी कृषि पर निर्भर है. ऐसे में समय के साथ-साथ खेती के तरीकों में काफी बदलाव देखने को मिल रहे हैं. खेती को उन्नत बनाने के लिए नए-नए आविष्कार किए जा रहे हैं, जिससे किसान अब तकनीकों के मामले में यूरोप और अमेरिका जैसे बढ़े देशों को भी टक्कर दे रहे हैं. देश के अधिकतर किसान खेती में एरोपोनिक विधि का उपयोग कर रहे हैं, जिससे हवा में ही आलू की खेती कर पा रहे हैं और डबल मुनाफा कमा रहे हैं.

आज हम आपको कृषि जागरण के इस आर्टिकल में एरोपोनिक विधि से आलू की खेती की जानकारी देने जा रहे हैं.

क्या है एरोपोनिक फार्मिंग?

एरोपोनिक फार्मिंग एक ऐसी खेती की तकनीक है जिसमें मिट्टी या जमीन की जरूरत नहीं होती. इस विधि में पौधों की जड़ें हवा में लटकती रहती हैं और उन पर पोषक तत्वों का स्प्रे किया जाता है. पौधों के ऊपरी हिस्से को खुली हवा और रोशनी मिलती रहती है. इस तकनीक का उपयोग करके घर की छत पर भी खेती की जा सकती है. एरोपोनिक विधि से आलू उगाने में करीब 70 से 80 दिन लगते हैं. इस तकनीक से कम जगह और कम लागत में अच्छी पैदावार मिल सकती है, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ने में मदद मिलती है.

ये भी पढ़ें: रबी फसलों की खेती में अपनाएं ये बीज उपचार की ये 4 विधियां, मिलेगा बंपर उत्पादन

कैसे करें एरोपोनिक फार्मिंग?

एरोपोनिक फार्मिंग के लिए आप इन निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं -

  • आलू की उन्नत किस्म का चयन: सबसे पहले आलू की अच्छी और उन्नत किस्म का चयन करें, ताकि बेहतर फसल प्राप्त हो सके.
  • नर्सरी में पौधे तैयार करें: आलू के पौधों को पहले नर्सरी में तैयार करें. नर्सरी में इन पौधों को अंकुरित और मजबूत होने के लिए थोड़े समय के लिए रखा जाता है.
  • जड़ों को फंगस-प्रतिरोधी बनाएं: तैयार पौधों की जड़ों को बावस्टीन जैसे फंगस-रोधी घोल में डुबोएं ताकि जड़ें फंगस से सुरक्षित रहें.
  • ऊंचा बेड बनाएं: एक ऊंचा बेड तैयार करें जिसमें बाद में पौधों को लगाया जा सके. यह बेड पौधों की जड़ों को हवा में लटकने के लिए तैयार किया जाता है.
  • पौधों की रोपाई करें: पौधों को बेड में लगाएं, ताकि जड़ें हवा में रहें और पौधों के ऊपरी हिस्से को अच्छी रोशनी मिले.
  • एरोपोनिक यूनिट में स्थानांतरित करें: लगभग 10-15 दिन बाद पौधों को एरोपोनिक यूनिट में स्थानांतरित करें. इस यूनिट में पौधों की जड़ों पर पोषक तत्वों का स्प्रे किया जाएगा.
  • देखभाल और पोषण: पौधों की नियमित रूप से देखभाल करें और जड़ों पर पोषक तत्वों का स्प्रे करते रहें. इससे पौधों को पर्याप्त पोषण मिलता रहेगा.

मिलेगी आलू की अच्छी पैदावार

देश में एरोपोनिक फार्मिंग किसानों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रही है, इस विधि से आलू की खेती करके किसान पारंपरिक विधि के मुकाबले 10 गुना ज्यादा पैदावार प्राप्त कर रहे हैं. इस विधि के साथ खेती करने पर किसान कम समय में अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं. इस तकनीक से किसान अपने घर की छत पर आलू की खेती कर सकते हैं. इस तकनीक से खेती करने के लिए नर्सरी में आलू के पौधे को तैयार किया जाता है और इन पौधो की रोपाई एरोपोनिक यूनिट में की जाती है.

English Summary: cultivate potatoes using aeroponic method get 10 times yield and earn more profit
Published on: 13 November 2024, 12:48 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now