Radish cultivation in October: भारत के किसान कम समय और लागत में बेहतर कमाई के लिए गैर-पारंपरिक फसलों की खेती करना पसंद कर रहे हैं. अधिकतर किसान सब्जियों की खेती करके अच्छा खासा मुनाफा कमा रहे हैं. ऐसे में खेती की कुछ नई तकनीकों को अपनाकर किसान सब्जियों की खेती से डबल कमाई रहे हैं. कम वक्त में मोटा मुनाफा प्राप्त करने के लिए टमाटर, धनिया, पालक और मूली जैसी सब्जियों की खेती किसानों के लिए जबरदस्त विकल्प मानी जाती है. ऐसे में अक्टूबर के महीने में मूली की खेती करने वाले किसान कुछ आधुनिक तनीकों को अपनाकर इसकी फसल से अच्छी कमाई कर सकते हैं.
मूली की फसल से अच्छी और गुणवत्तायुक्त पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान कुछ आधुनिक तकनीकें, इसकी उन्नत किस्में और उपयुक्त जानकारी के साथ खेती कर सकते हैं.
इस विधि से करें मूली की खेती
- मूली की खेती के लिए भुरभुरी, रेतली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है.
- इसकी मिट्टी का पीएच लेवल 5.5 से 6.8 होना चाहिए.
- खेत की तैयारी करते वक्त प्रति एकड़ क्षेत्र के हिसाब से गली खाद 5 से 10 टन मिट्टी में मिलाएं.
- अच्छी उपज के लिए उन्नत किस्मों का चयन करें. प्रति एकड़ के हिसाब से 4 से 5 किलोग्राम बीजों की बुवाई करें.
- इसकी जड़ों के अच्छे विकास के लिए मोड़ो पर ही बिजों को बोएं.
- मिट्टी को हवादार बनाने के लिए उपकरणों की मदद से गोडाई करें.
- आपको पहली गोडाई बुवाई के लगभग 2 से 3 सप्ताह के बात करनी है और मेंड़ों पर मिट्टी को अच्छे से चढाना है.
- पहली सिंचाई आपको बुवाई के बाद करनी चाहिए, वहीं दूसरी सिंचाई मौसम के हिसाब से करें.
- मूली की फसल को ज्यादा पानी देने से बचें.
- गर्मी के मौसम में, कटाई से पहले आपको हल्की सिंचाई करनी चाहिए.
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मूली की उन्नत किस्में
अगर आप सही विधि के साथ मूली की खेती करते हैं, तो इससे अच्छी उपज और गुणवक्ता प्राप्त कर सकते हैं. बेहतर क्वालिटी होने से बाजार में मूली का अच्छा खासा दाम मिल जाता है. अक्टूबर के महीने में मूली की खेती करने वाले किसानों को सही विधि से इसके खेत की तैयारी, बुवाई, सिंचाई और देखभाल करनी चाहिए.
मूली की खेती के लिए इसकी उन्नत किस्मों का ही चयन करें, आप मूली की पूसा चेतकी, पूसा हिमानी, जापानी सफेद, पूसा रेशमी, वाइट आइसिकल, पूसा मृदुला, पूसा देसी, रैपिड रेड वाइट टिप्ड, जापानी सफेद, पूसा हिमानी, पूसा चेतकी, पूसा रश्मि, पालम ह्रदय, पूसा जमुनी, पूसा गुलाबी और पूसा श्वेता किस्म की खेती कर सकते हैं. मूली की इन किस्मों से आप कम समय में काफी अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं.
अक्टूबर के मूली की किस्म
मूली की खेती के लिए अक्टूबर का महीना किसानों के लिए मुनाफा का सौदा साबित हो सकता है. यदि आप इस महीने में मूली की उन्नत किस्न पूसा रश्मि की बुवाई करते हैं, तो कम वक्त में अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस किस्म की जड़े लगभग 30 से 35 सेंटीमीटर तक लंबी हो सकती है और इसे पूरी तरह से तैयार होने में करीब 60 दिनों का समय लगता है. किसान एक हेक्टेयर में इसकी खेती करके लगभग 350 क्विंटल तक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं
मूली के फायदे
मूली का उपयोग कई तरह के व्यंजनों को तैयार करने के लिए किया जाता है. अधिकतर लोग मूली को सलाद के रूप में खाना पंसद करते हैं. मूली सेहत के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है, क्योंकि इसमें विटामिन सी, फ़ाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, और कैल्शियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. मूली के सेवन से इम्यूनिटी पावर को मजबूत करने में मदद मिलती है, साथ ही सर्दी-खांसी जैसी बीमारियों को दूर रखा जा सकता है.