भारत के विभिन्न पारिस्थितिकी प्रणालियों में धान की खेती करने के लिए 1200 से अधिक उपयुक्त किस्में विमोचित की गई हैं और उनमें से 128 किस्मों में (23 उपरीभूमि, 9 एरोबिक, 45 सिंचित, 2 बोरो, 23 उथली निचली भूमि, 14 अर्ध गहरे जल, 6 गहरा जल, 6 तटीय लवण) एनआरआरआई, कटक (National Rice Research Institute, Cuttack) का योगदान है. इन्हीं में से एक धान की किस्म अनामिका भी है, जिसके बारे में आपको हम इस लेख में बताने जा रहे हैं.
किसान भाईयों को बता दें कि धान की अनामिका किस्म को उपज के मामले में काफी बेहतर बताया जाता है. कृषि वैज्ञानिकों का मानना है कि यह किस्म किसानों को बेहतर और अधिक उपज प्रदान कर सकती है.
धान की किस्म अनामिका के बारे में पूरी जानकारी
धान की किस्म
अनामिका
पारिस्थितिकी तंत्र
उथली निचली भूमि
फसल तैयार होने की अवधि
145-150
दाना का प्रकार
लंबा मोटा
जगह
पश्चिम बंगाल बिहार, ओडिशा और असम
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रोग और कीटों की प्रतिक्रिया
अर्ध बौना (100-110 सेमी), प्रध्वंस, जीवाणुज पत्ता अंगमारी, आच्छद अंगमारी के प्रति मध्यम प्रतिरोधी
आप राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान, कटक की आधिकारिक वेबसाइट https://icar-nrri.in/hi/released-varieties-hindi/ पर जाकर धान की किस्मों के बारे में जानकारी ले सकते हैं.