भारत में लोगों का खेती की तरफ इतना ज्यादा रुझान बढ़ा है कि वो अपनी नौकरियां छोड़ खेती-बाड़ी में अपना हाथ आजमां रहे हैं. ऐसे में हम आपको यहां बताने जा रहे हैं कि आप इस गर्मी में कम निवेश करके कैसे और किसकी खेती कर सकते हैं. तो चलिए जानते हैं.
खीरे की खेती मुनाफे का सौदा(Cucumber farming profitable deal)
अगर आप भी अपना बिजनेस करना चाहते हैं तो इस गर्मी खीरे का बिजनेस (Cucumber Farming) कर सकते हैं. खीरे का बिजनेस आपके लिए मुनाफे का सौदा हो सकता है. क्योंकि खीरे की फसल कुछ ही महीनों में आपको लाखों रुपये का मुनाफा दे सकती है. तो क्यों है न ये बिजनेस का अच्छा आइडिया. लेकिन इस आइडिया को आपको साकार कैसे करना है तो आइये जानते हैं.
खीरे की खेती के लिए क्या है जरूरी (What is necessary for cucumber cultivation)
इसकी खेती आप किसी भी तरह की भूमि में कर सकते हैं. यानी की आप चाहें तो इसे बलुई मिट्टी, चिकनी मिट्टी, काली मिट्टी, दोमट मिट्टी, सिल्ट मिट्टी किसी भी तरह की मिट्टी में इसे उगा सकते हैं. हालांकि इसके लिए दोमट और बलुई दोमट भूमि उत्तम मानी जाती है.
यहां तक की इसकी खेती आप नदियों और तालाबों के किनारे भी कर सकते हैं.
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इसके लिए जमीन का PH 5.5 से 6.8 तक अच्छा माना जाता है.
खीरे की फसल मात्र दो से तीन महीनें में तैयार हो जाती है.
इसकी अच्छी पैदावार हो इसके लिए जल निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए.
इसके लिए खेत की तैयारी कैसे करें?(How to prepare the field for this?)
सबसे पहले इसकी खेत तैयार करने में जुताई का ध्यान रखना आवश्यक होता है. इसके लिए आपको पहली जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करके 2-3 जुताई देशी हल से कर देनी चाहिए. इसके बाद 2-3 बार पाटा लगाकर मिट्टी को भुरभुरा बनाकर समतल बना देना चाहिए. इसके अलावा आखिरी जुताई में 200 से 250 क्विंटल सड़ी गोबर की खाद मिलाकर नालियां बना देनी चाहिए.
सरकार देती है सब्सिडी (government gives subsidy)
खीरे की खेती के लिए सरकार सब्सिडी भी मुहैया कराती है. आपको बता दें कि लगभग साल भर खीरे की मार्केट में अच्छी खासी डिमांड रहती है. खीरे की देसी और विदेशी दोनों किस्मों के खीरे की मांग गर्मियों में और बढ़ जाती है.