Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 9 April, 2024 6:53 PM IST
गर्मी के मौसम में करें उड़द की इन उन्नत किस्मों की खेती

Black Gram Cultivation: उड़द एक दलहनी फसल है, जिसकी भारत के उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार और हरियाणा के सिंचित क्षेत्रों में की जाती है. उड़द एक अल्प अवधि की फसल है, जिसे पकने में 60 से 65 दिनों का समय लगता है. बता दें, उड़द के एक दानें में 60 फीसदी कार्बोहाइड्रेट, 24 फीसदी प्रोटीन तथा 1.3 फीसदी वसा पाया जाता है. गर्मी का मौसम उड़द की खेती के लिए सबसे अच्छा माना जाता है.

यदि आप भी गर्मी के मौसम में उड़द की खेती करने का प्लान बना रहे हैं, तो हमारा यह आर्टिकल आपके लिए ही है. आज हम आपके लिए ग्रीष्मकालीन उड़द की कुछ उन्नत किस्मों की जानकारी लेकर आए है, जिनकी गर्मी में खेती करने से आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में ग्रीष्मकालीन उड़द की उन्नत किस्मों के बारे में जानें.

ग्रीष्मकालीन उड़द की उन्नत किस्में

भारत में ग्रीष्मकालीन उड़द की उन्नत किस्में मौजूद है, जिनमें पीडीयू 1 (बसंत बहार), आईपीयू 94-1 (उत्तरा), पंत उड़द 19, पंत उड़द 30, पंत उड़द 31, पंत उड़द 35, एलयू 391, मैश 479 (केयूजी 479), मुकुंदरा उड़द-2, नरेंद्र उड़द-1, शेखर 1, शेखर 2, आजाद उड़द 1, कोटा उड़द 3, कोटा उड़द 4, इंदिरा उड़द प्रथम और यूएच-04-06 शामिल है. यदि आप इस किस्म की उड़द की खेती करते हैं, तो यह पककन् में 65 से 80 दिनों का समय लेती है.

ये भी पढ़ें: गर्मी के मौसम में पशुओं के लिए हरे चारे की कमी होगी दूर, किसान इन फसलों की करें खेती

बीज उपचार क्यों है जरूरी?

गर्मियों में आपको उड़द की बुवाई करने से बीजों को 2 ग्राम थायरम और 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम के मिश्रण से प्रति किलोग्राम उपचारित करना चाहिए. इसके बाद उड़द के बीजों को इमिडाक्लोप्रिड 70 डब्ल्यूएस की 7 ग्राम लेकर प्रति किलोग्राम बीज को शोधित करना चाहिए. आपको बुवाई से लगभग 2 से 3 दिन पहले बीज उपचार करना चाहिए. अब आपको 250 ग्राम राइजोबियम कल्चर से 10 किलोग्राम बीज को उपचारित करना चाहिए. उपचारित बीज को 8 से 10 घंटे तक छाया में रखने के बाद ही बुवाई करना चाहिए.

English Summary: black gram cultivation best summer urad varieties for double profit
Published on: 09 April 2024, 06:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now