अगले 2 दिन इन राज्यों में घना कोहरा छाए रहने की संभावना, पढ़ें आईएमडी की लेटेस्ट रिपोर्ट! खेती को बनाए आसान, वीएसटी 165 DI ES इलेक्ट्रिक स्टार्ट पावर टिलर इस्तेमाल कर कम लागत में करें ज्यादा काम! केले की पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं वायरल रोग, जानें इनके लक्षण और प्रबंधन! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 30 March, 2024 3:29 PM IST
अच्छे उपज के लिए ऐसे करें अरबी की खेती

Arbi Farming Tips: भारतीय किसान बड़े पैमाने पर कंद फसलों (Tuber Crops) का उत्पादन करते हैं, क्योंकि इन फसलों की मांग मार्केट में सालभर रहती है. वहीं कुछ किसान मौसम के अनुसार से भी कंद फसलों की खेती करते हैं. ऐसे ही कंद फसलों में से है एक अरबी भी है, जिसका भारत में सब्जी के साथ औषधि के रूप में भी उपयोग किया जाता है. अरबी की फसल से मिलने वाले पत्ते, सब्जी और जड़ शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं.

आज हम आपको कृषि जागरण के इस आर्टिकल में बेहतर उपज के लिए अरबी की खेती कैसे करें इसकी जानकारी देने जा रहे हैं.

अरबी की खेती कब की जाती है?

अरबी की खेती को किसान खरीफ और रबी दोनों ही सीजन में करते हैं. इस फसल की खेती गर्मी और सर्दी दोनों मौसम में की जाती है. खरीफ सीजन में इसकी बुवाई जुलाई के आखिर तक की जाती है और इसकी फसल दिसंबर तक तैयार हो जाती है. वहीं रबी सीजन में किसान अरबी की बुवाई अक्टूबर माह में करते हैं, जिससे इसकी फसल अप्रैल-मई में तैयार हो जाती है. इसके अलावा, बरसात और गर्मी में अरबी के पौधे तेजी से विकसित होते हैं.

ये भी पढ़ें: घर के गमले में आप उगा सकते हैं अखरोट, बस करें इन स्टेप्स को फॉलो

बेहतर उपज के लिए अरबी की खेती

  • अरबी की खेती करने से पहले आपको अपने खेतों की अच्छे से जुताई कर लेनी चाहिए. जिससे मिट्टी भुरभुरी हो जाएं
  • अच्छी उपज के लिए आपको जायद सीजन में फरवरी और खरीफ सीजन में जून के अंदर अरबी की खेती करनी चाहिए.
  • इस फसल की बुवाई आपको लाइन में लगाकर करनी चाहिए, इसकी एक लाइन की दूसरी लाइन की दूरी लगभग 45 सेंटीमीटर रखनी चाहिए
  • बुवाई करते वक्त आपको इनके पौधों को भी दूर रखना चाहिए, इसके एक पौधे की दूसरे पौधे से लगभग 30 सेंटीमीटर दूरी होनी चाहिए
  • अरबी की बुवाई के बाद आपको 5 से 6 दिन के बाद इसकी सिंचाई करनी चाहिए.
  • बुवाई के बाद करीब 5 से 6 महीनें में ही इसकी फसल तैयार हो जाती है.
  • इसकी एक हेक्टेयर में करीब 250 से 300 क्विंटल तक पैदावार हो जाती है, जिससे किसान अधिक मुनाफा कमा लेते हैं.

21-27 डिग्री सेल्सियस तापमान की जरूरत

अरबी की खेती को सामान्य तौर पर अफ्रीकन देशों में किया जाता है. इसकी खेती करने के लिए 21 से 27 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे अच्छा माना जाता है. अरबी में कई गुण पाए जाते हैं, जिसमें विटामिन ए, कैल्शियम और आयरन समेत कई पोषक तत्व होते हैं. इस सब्जी का आहार के रुप में भी अधिकतर लोग सेवन करना पंसद करते हैं. वहीं गर्मियों में अरबी की काफी अच्छी मांग देखने को मिलती है.

English Summary: arbi ki kheti these methods will help you get more benefits arbi farming tips
Published on: 30 March 2024, 03:35 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now