Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 29 April, 2019 11:51 AM IST
मई माह में कौन - सा कृषि कार्य करें

आधुनिक तरीके से खेती बाड़ी करने के लिए देश के किसानों के पास उन्नत किस्म के बीज, उन्नत रासायनिक खाद, कीटनाशक  तथा पानी की समुचित व्यवस्था होने  के साथ-साथ किस माह में कौन- सा कृषि कार्य करना है, उसकी अच्छी तरह से जानकारी होना नितांत जरुरी है. मई माह जिसे आप वैशाख-ज्येष्ठ भी कहते है. ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत तथा जाड़ों से ठिठुरी हुई धरती, मानव, पशु-पक्षियों में नई जान डालने वाले इस माह में खरीफ़ की फसलें बोने का सही समय होता है. ऐसे में आइए आज हम किसान भाइयों को बताते है कि वो मई माह में कौन - सा कृषि कार्य करें 

मई माह के प्रमुख कृषि कार्य (Major agricultural activities in the month of May)

1. मई महीने में रबी फसलों की गहाई और सफाई का कार्य किया जाता हैं .

2. इस माह में मक्का, ज्वार, लोबिया इत्यादि फसलों की बुआई शुरु हो जाती है .

3. खेतों की जुताई का करने के साथ ही मेड़ों को अच्छी तरह से बाँधने का कार्य किया जाता हैं .

4. गन्ने की फसल में 90-92 दिन के अन्दर सिंचाई करने का कार्य किया जाता हैं .

5. मक्का, ज्वार, संकर नेपियर घास की फसलों की सिंचाई 10-12 दिन के अंतराल पर करते हैं .

6. इस माह में केला और पपीता के फलों को पत्तियों व बोरियों से ढक कर तेज धूप से बचाया जाता है.

7. कद्दू वर्गीय फसलों में निराई, गुड़ाई और सिंचाई करते हैं .

8. कद्दू, तरबूज, ककड़ी, खरबूजा को कीट रोग से बचाते हैं . जो फल तैयार है, उसे तोड़ लेते हैं.

9. आम के पेड़ों की देखभाल अच्छे से करते हैं और जड़ों में समय -समय पर पानी देते रहते है ताकी पानी के अभाव में फल मुरझाकर नीचे न गिरने लगे .

10. अरबी, अदरक, हल्दी की बुवाई की जाती है .

11. सागौन, महुआ, शीशम इत्यादि पौधों के बीज बोने का समय है तथा बीज बोने के बाद रोज सुबह शाम हल्की सिंचाई करते हैं .

ध्यान रखने योग्य बातें (Things to note)

सही तरीके से बीजोपचार करें. सही दवाई व ढंग से किये गए बीजोपचार से फसल पर बीमारी नहीं लगेगी तथा कीटनाशक दवाईयां छिडकने पर खर्चा नहीं करना पडेगा . यदि 2-3 दवाईयों से एक साथ बीजोपचार करना हो तो बीज पर सबसे पहले कीटनाशक, फिर बीमारी नाशक तथा सबसे बाद में जैव-खाद का इस्तेमाल करें.  इससे उन्नत फसल के साथ-साथ पैसे की भी बचत होगी. 

उच्च श्रेणी के कृषि  रोगरोधक बीज, उन्नत किस्म के खाद व दवाईयां, आधुनिक कृषि यंत्र, जैव-खाद और समय से सिंचाई की समुचित व्यवस्था करें ताकी आपको बिना किसी परेशानी के भरपूर व लाभदायक पैदावार मिल सके. दलहनी फसलों, मूंगफली, सोयाबीन और बरसीम जैसी फसलों में खेती में लागत कम करने के लिए खादों के साथ-साथ जैव-खादें भी जरूर प्रयोग करें. ऐसा करने से पैदावार काफी हद तक बढ़ता है.

English Summary: agricultural work of the month of may
Published on: 29 April 2019, 11:57 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now