GFBN Story: कैसे लखन यादव ने बांस और प्राकृतिक खेती से खड़ा किया 2 करोड़ का एग्रो-बिजनेस Solar Subsidy: किसानों को सोलर पंप पर 90% अनुदान देगी राज्य सरकार, मिलेगी बिजली और डीजल खर्च से राहत GFBN Story: रिटायरमेंट के बाद इंजीनियर शाह नवाज खान ने शुरू की नींबू की खेती, अब कमा रहे हैं शानदार मुनाफा! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 11 August, 2023 3:30 PM IST
Sonalika Tractor

आज दुनिया में खेती के लिए सोच की शुरुआत ही ट्रैक्टर के साथ होती है और हो भी क्यों ना? किसानों की उन्नत फसल के लिए सबसे अहम् योगदान ट्रैक्टर का ही होता है . दुनिया में आज इस क्रांति को लाने में भारत से ट्रेक्टर एक्सपोर्ट्स में नं 1 ब्रांड सोनालीका ट्रैक्टर्स की एक अहम् भूमिका है . देश की हो या विदेश, सोनालीका ट्रैक्टर एक दमदार साथी के रूप में किसानों के साथ कदम से कदम मिला कर हमेशा चलता है.

भारत की मिट्टी से बना है दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट भारत देश की मिट्टी से ही बनाया गया है . यह उन्नत तकनीकों से तैयार किया गया प्लांट सोनालीका ने पंजाब के होशियारपुर में स्थापित किया है . इतना ही नहीं दुनिया के इस नंबर 1 इंटीग्रेटेड ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में दुनिया भर के लिए हर साल 3 लाख  हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर्स बनाए जा सकते हैं . यहाँ रोबोट्स और स्वचालित तकनीकों का उत्तम मिश्रण भी देखा जा सकता है जिससे हर दो मिनट में एक नया सोनालीका हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर तैयार हो जाता है .

ट्रैक्टर्स की हैवी ड्यूटी रेंज का उत्पादन

सोनालीका का यह सबसे बड़ा प्लांट 125 एकड़ में फैला हुआ है. इस ट्रैक्टर फैक्ट्री में दुनिया के सबसे बेहतरीन ट्रैक्टर्स के निर्माण के लिए कुल 10 अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स स्थापित किए गए हैं जहाँ से हर रोज़ किसानों के लिए हैवी ड्यूटी रेंज का उत्पादन होता है. यहाँ से निर्मित सभी ट्रैक्टर्स किसी भी तरह कि मिट्टी पर आसानी से काम करने में किसानों को सक्षम बनाते हैं. यही कारण है कि सोनालीका वर्षों से किसानों की पहली पसंद बना हुआ है.

रिसर्च एवं इन्नोवेशन को बढ़ावा देता सोनालीका 

सोनालीका किसानों की समृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है इसलिए लगातार उन्नत तकनीकों को भारतीय किसान की ज़रुरत के हिसाब से अनुकूलित करता है. सोनालीका के होशियारपुर प्लांट में 300 से ज्यादा अनुभवी इंजीनियर की टीम घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करते हुए अपने ग्राहकों के लिए अनुकूलित समाधान तैयार करने के लिए लगातार लगी रहती हैं.

किसानों के लिए गुणवत्ता का आश्वासन

सोनालीका के सभी ट्रैक्टर को कंपनी की उन्नत इन-हाउस टेस्टिंग सुविधा में दृढ़ता और मज़बूती के लिए सख्त परीक्षणों से गुज़रना होता है जिससे किसानों को उन्नत हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर ही मिलें . 2WD हो या 4WD, सोनालीका के सभी ट्रैक्टर HDM इंजन, उत्तम ट्रांसमिशन और बेहतरीन हाइड्रोलिक्स से लैस हैं जो कृषि में सभी संभावित चुनौतियों को समझ कर ही अनुकूलित किए गए हैं . सोनालीका का रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग कंपनी की असेंबली लाइन को भी लगातार नई-नई तकनीकों से लैस करता रहता हैं जिससे ट्रैक्टर गुणवत्ता में लगातार इज़ाफ़ा होता रहे.

मान्यता प्राप्त उत्कृष्टता

सोनालीका के रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग के प्रयासों को भारत सरकार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग से मान्यता मिली है. इसके अतिरिक्त, उन्नत ट्रैक्टर्स की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, उन्होंने एनसीआर क्षेत्र में एक नया इन्नोवेशन केंद्र स्थापित किया है, जो उत्कृष्टता के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है.

बेजोड़ डिज़ाइन और टेस्टिंग सुविधाएं

सोनालीका की डिज़ाइन सुविधाएं नवीनतम सॉफ़्टवेयर और विश्लेषण टूल से सुसज्जित हैं, जिनमें आइडियाज़ एनएक्स सॉफ़्टवेयर, पावर मिल 3-एक्सिस सीएएम सॉफ़्टवेयर, ऑटोकैड और बहुत कुछ शामिल हैं. प्रोटोटाइप का निर्माण उनके अत्याधुनिक प्रोटो शॉप में किया जाता है, जिसमें उन्नत मशीनिंग केंद्र हैं. इसके अलावा, उनकी टेस्टिंग सुविधाओं में ट्रांसमिशन टेस्ट बेड, एमजीआर टेस्ट ट्रैक और सहनशक्ति परीक्षण रिंग शामिल हैं, जो यह सुनिश्चित करते हैं कि सोनालीका ट्रैक्टर किसी भी स्थिति में प्रदर्शन करने के लिए बनाए गए हैं.

यह भी देखें- भारत में ट्रैक्टर्स का राजा: सोनालीका ट्रैक्टर्स

हैवी मशीनरी और इंजन असेंबली

सोनालीका अपनी हैवी मशीन शॉप में प्रमुख ट्रैक्टर कंपोनेंट्स के निर्माण के लिए उन्नत सीएनसी मशीनिंग केंद्रों का उपयोग करता है. 3डी कोऑर्डिनेट मापने की मशीन पर कड़ी गुणवत्ता जांच के साथ, सोनालीका लंबे समय तक चलने वाले ट्रैक्टर्स तैयार करता है. उनकी स्वचालित इंजन असेंबली लाइन सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीक का उपयोग करती है, जो प्रदर्शन, विश्वसनीयता और दक्षता में ख़ास इंजन प्रदान करती है.

प्रेस प्लांट और रोबोटिक गियर शॉप

सोनालीका ने अपने ट्रैक्टर्स को पेंट करने के लिए रोबोटिक सीईडी पेंट शॉप में छह रोबोट एक स्वचालित लाइन पर लगाए हैं, जो उत्तम पेंट फिनिशिंग सुनिश्चित करते हैं. कंपनी की रोबोटिक गियर शॉप ऑटोमोटिव और ट्रैक्टर अनुप्रयोगों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले ट्रांसमिशन गियर और शाफ्ट तैयार करने के लिए विश्व स्तरीय मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं का उपयोग करती है.

यह भी पढ़ें- सोनालीका ने किसानों को बनाया वैश्विक स्तर पर सशक्त

लाइट मशीन शॉप 

सोनालीका अपनी लाइट मशीन शॉप में अच्छी क्वालिटी देने के लिए डिज़ाइन किए गए नियंत्रण वाल्व और हाइड्रोलिक असेंबली बनाती है . यही कारण है कि किसानों के लिए यह ट्रैक्टर्स बहुत ही आसानी से संचालित करने के लिए बने होते हैं.

खेती का भविष्य यहीं से शुरू होता है

सोनालीका किसानों की नं 1 पसंद है जो कृषि आवश्यकताओं के अनुसार हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर बनाता है. दुनिया के नंबर 1 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, इन्नोवेशन के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता और बेजोड़ गुणवत्ता के साथ, सोनालीका ग्राहक संतुष्टि पर लगातार कार्य कर रहा है जिसके कारण 15 लाख से ज़्यादा किसान सोनालीका पर भरोसा करते हैं. 

सोनालीका के साथ शक्ति का अनुभव करें और कृषि उत्कृष्टता में एक नए युग का गवाह बनें.

English Summary: World's No. 1 Manufacturing Plant which is the pride of Sonalika Tractors
Published on: 11 August 2023, 03:42 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now