डॉ. अजय कुमार गौड़ का जन्म एक छोटे से गांव कमालपुर में एक प्रतिष्ठित किसान परिवार में हुआ, जो कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में है. डॉ गौड़ की रुचि शुरू से कृषि क्षेत्र में थी और इन्होंने कृषि विषय लेकर पढ़ाई शुरू की, ये शुरू से मेधावी छात्र रहे. इन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में कॉलेज में सर्वधिक अंक प्राप्त किए और जिले में मेधावी छात्रों की सूची में रहे. बी.एस-सी (कृषि आनर्स) व एम.एस.सी (कृषि प्रसार) और पी.एच-डी की उपाधि मेरठ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश से प्राप्त की और एम.एस-सी में आप विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडेलिस्ट रहे. इसके तत्पश्चात आपने पी.जी.डी.बी.एम की डिग्री मार्केटिंग में Symbiosis University पुणे से अर्जित की.
आपने अपने कैरियर की शुरुआत पुणे की कंपनी (रैलीज इंडिया लि.) से 1993 में की. यहां से एक साल ट्रेनिंग लेने के बाद सन् 1994 से लेकर आपने सुर्दशन कैमिकल्स इण्ड लि. पूणे फील्ड ऑफिसर के पद पर राजस्थान के जोधपुर जिल में कार्यभार संभाला. आपने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से 1994 से लेकर जुलाई 2006 तक सुदर्शन कैमिकल्स में अलग-अलग पद पर विभिन्न राज्यों में कार्य किया और हमेशा आपने कंपनी के लक्ष्य को साकार किया. इस कंपनी में आप कई बार पदोन्नत हुए और कंपनी ने कई बार पुरस्कृत भी किया. कंपनी में आपकी छवि अनोखी थी. आपको जो काम सौंपा दिया, उसका होना स्वाभाविक था.
इसी लगन की वजह से कंपनी का कारोबार कई गुना बढ़ा. इसके बाद में आपने सन् 2006 जुलाई में बीज की अग्रीण एवं प्रख्यात कंपनी महाराष्ट्र हाइब्रिड सीउस कंपनी लि. में स्टेट मैनेजर मार्केटिंग के पद पर आगरा में कार्यभार संभाला. यहां से आप उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, जम्मू कश्मीर, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के बीज व्यवसाय की बिक्री को संभालते रहे.
आगरा में रहकर आपने सेल्स टीम की मदद से अथाह प्रयास किया और नार्थ इण्डिया की सेल्स को कई गुना बढ़ाया और कई प्रोडक्टय जैसे वरद लौकी, लौकी 8 नंबर, टिण्डा, भिंडी 10 नंबर, मूली 22 नंबर, पत्तागोभी 261 नंबर, बैंगन 80 नंबर और मिर्च तेजा 4, सीयरा को प्रमोट किया. ये उत्पाद आज भी किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हैं.
डॉ. गौड़ जुलाई 2006 से लेकर 2014 तक आगरा में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे. इस दौरान कंपनी से कई विशेष पुरस्कार प्राप्त किए, साथ ही सरकारी संस्थानों से कृषि क्षेत्र में कई पुरस्कार अर्जित किए. यहां रहकर डॉ. गौड़ ने अपनी टीम को एक नई दिशा दी, जिससे कंपनी को और डॉ. गौड़ को काफी प्रतिष्ठा मिली.
डॉ. गौड़ का काम करना का तरीका अद्भुत है, वो अपनी टीम के समस्त सदस्यों को साथ लेकर उनके उत्साह को बढ़ाकर और संपूर्ण प्रशिक्षण देकर धैर्य के साथ उनको संभालना और उनको सही रास्ते पर ले जाकर उर्जावान बनाकर सही कार्य के लए प्रेरित करना रहा है.
डॉ. गौड़ 2006 से 2014 तक आगरा में रहकर ही पूरे नॉर्थ की सेल्स और मार्केटिंग का काम संभालते रहे, अक्टूबर 2014 को कंपनी ने इनको पदोन्नत करके नेशनल सेल्स मैनेजर का कार्यभार सौंपा और आपका ट्रांसफर आगरा से दिल्ली किया गया. यहां रहकर इन्होंने पूरे ऑल इण्डिया सेल का निर्देशन किया और कंपनी के लक्ष्य को 100 प्रतिशत पूरा किया. इसके पश्चात 2017 में महिको ग्रुप की प्रतिष्ठित कंपनी सनग्रो सीड्स लि. का विलय महिको के साथ कर दिया गया. इसके बाद महिको और ताकतवर होकर अनेक उत्पाद के साथ तेजी से आगे बढ़ा.
साल 2019 में डॉ. गौड़ का दिल्ली से मुम्बई के लिए स्थानांतरण हुआ और अभी आप मुंबई में रहकर ऑल इंडिया की सब्जी, बीज की सेल का संचालन कर रहे हैं. आज के दिन यह सब्जी बीज कंपनी महिको दुनिया के सामने उभर कर आई है और अपने निधारित लक्ष्य को प्राप्त करती हुई तीव्र गति से अग्रसर हो रही है. कंपनी के काफी सारे उत्पाद किसानों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहे हैं. बीच-बीच में कंपनी नए उत्पाद लेकर आई है और सभी किसान भाइयों ने इनको स्वीकार किया है.
डॉ. गौड़ के साथ काम करने वाली टीम काफी उत्साह से काम करती है, क्योंकि वो अच्छा काम करने की खुली छूट देते हैं. वह कहते हैं कि अगर मेहनत और ईमानदारी से मन में जिद्द रहकर कोई भी कार्य किया जाए, तो उसमें सफलता ज़रूर मिलती है. वो नई पीढ़ी के लिए आगे बोलते हैं कि अनुशासन प्रतिबद्धता और समय की पाबंदी व संयम के साथ किया गया कार्य हमेशा विजय के पथ पर लेकर जाता है. यह सब चीज देखकर उनके साथ काम करने वाले लोग उनके कायल हैं और उनकी प्रशंसा के पात्र हैं.
डॉ. गौड़ ने बताया है कि कंपनी के मुख्य उत्पाद निम्नलिखित हैं, जो कि किसान भाईयों के लिए उपलब्ध हैं.
महिको ब्रांड- वरद लौकी, लौकी 8 नंबर, टिण्डा, भिंडी 234, 10, 077, 777 नंबर, मूली 22 नंबर, पत्तागोभी 261 नंबर, बैंगन 80 नंबर 112, मिर्च सीयरा, कदू 1 नंबर व तरबूज शक्कर प्लस और सुपर शक्कर आदि.
सनग्रो ब्रांड- फूलगोभी, व्हाइट गोल्ड, स्वीट हर्ट, 626, कैटरीना समर क्वीन.
पत्तागोभी- एस 92, 5005, 996
गाजर- देशी रेड, सुपर रेड, हाइब्रिड गाजर 404
बैंगन- नव किरन, प्रगाति 992, पी.पी.एल 74, 117, 704 आदि
टमाटर- 511,
मूली- 33 नंबर
करेला- 165
मिर्च- 415
पंपकिन- चकोर, सूर्या, पल्लवी