खेती को सरल बनाने के लिए आज दुनिया भर में नई-नई तकनीकों की खोज हो रही है. लेकिन वर्ष 1969 में श्री. लक्ष्मण दास मित्तल ने किसानों के जीवन को बदलने के लिए उन्होंने सोनालीका ट्रैक्टर्स की स्थापना की, जो आज भारत से ट्रैक्टर एक्सपोर्ट में नंबर 1 ब्रांड है. श्री मित्तल ने एक साधारण शुरुआत से सोनालीका की यात्रा शुरू की और हर गुजरते साल के साथ, असाधारण एवं उन्नत कृषि मशीनरी तैयार करने का उनका जुनून मजबूत होता गया. श्री मित्तल जानते थे कि वास्तव में बदलाव लाने के लिए, उन्हें भारत की सीमाओं से आगे जाने की जरूरत है. उनके पास अपने उल्लेखनीय हैवी ड्यूटी ट्रैक्टरों को दुनिया भर के किसानों तक पहुंचाने का एक मिशन था. इस तरह, सोनालीका ट्रैक्टर ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कदम रखा और दूर-दूर के किसानों का भरोसा जीत लिया.
क्यों है सोनालीका बाकी सब से अलग?
सोनालीका के ट्रैक्टर अन्य सभी ट्रैक्टर्स से अलग और ख़ास होते हैं. इनका निर्माण आधुनिक तकनीक के साथ किसानों की खेती को आसान बनाने के लिए किया जाता है. इसके HDM इंजन की ताकत, मजबूत हाइड्रोलिक्स और आरामदायक सीट अन्य सभी ट्रैक्टर्स से अलग बनाती हैं. यही कारण है कि यह कृषि गतिविधियों में क्रांति ला रहे हैं और किसानों को अभूतपूर्व सफलता प्राप्त करने के लिए सशक्त बना रहे हैं. दुनिया भर के 150 देशों में 15+ लाख किसानों ने खेती में सोनालीका ट्रैक्टर को अपने भरोसेमंद साथी के रूप में चुना है. सभी ट्रैक्टर में ख़ास विशेषताएं उनके खेती के कार्यों को आसान बना देती हैं. किसान अपनी उंगलियों पर नवीनतम तकनीक के साथ अपनी उत्पादकता और आमदनी में बढ़ौतरी का अनुभव कर सकते हैं.
किसान-संचालित समाधान के प्रति सोनालीका ट्रैक्टर का समर्पण
सोनालीका ट्रैक्टर्स की कामयाबी के पीछे एक उत्साही टीम का हाथ है जो किसानों के सामने आने वाली समस्याओं की जांच के बाद ट्रैक्टर्स के निर्माण प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं. साथ ही किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए ट्रैक्टर्स का निर्माण मिट्टी के प्रकार पर ध्यान रखते हुए किया जाता है. सोनालीका टाइगर, सिकंदर, महाबली (तेलंगाना), महाराजा (राजस्थान), छत्रपति (महाराष्ट्र) जैसे सीरीज़ को प्रत्येक राज्य की मिट्टी के अनुसार डिज़ाइन किया गया है. कंपनी के साथ ग्राहकों का रिश्ता केवल व्यापारिक लेनदेन से नहीं बल्कि मजबूत भरोसे से बना हुआ है. यही एक कारण है कि आज सोनालीका के हैवी ड्यूटी ट्रैक्टर 150+ देशों में 15+ लाख से भी ज्यादा किसानों का भरोसा बनाए हुए है.
स्टाइलिश और शानदार आधुनिक डिज़ाइन
सोनालीका ट्रैक्टर्स अपने बेहतरीन स्टाइल और आधुनिक डिज़ाइन से हर किसान का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करने में सक्षम हैं. आधुनिक तकनीक से लैस विशेषताएं जैसे एर्गोनॉमिक सीट और ट्विन बैरल लाइट ना केवल अद्भुत प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं बल्कि ट्रैक्टर के स्टाइल को भी बेहतर बनाते हैं. सोनालीका टाइगर सीरीज को खासतौर पर यूरोप में डिज़ाइन किया गया है जिससे भारतीय किसानों को बेहतरीन तकनीकों और दिखने में उत्तम ट्रैक्टर मिल सके.
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सोनालीका ने अपनाई आधुनिक तकनीक
सोनालीका अत्याधुनिक तकनीक को अपनाते हुए ट्रैक्टर की व्यापक रेंज तैयार करता है जिसमे ताकत और मजबूती का मेल है. किसानों के क्षेत्रीय मिट्टी को ध्यान में रखते हुए कंपनी अपनी ट्रैक्टरों में बेजोड़ फीचर्स जैसे ताकतवर इंजन, मजबूत हाइड्रोलिक्स और उन्नत ट्रांसमिशन सिस्टम सुनिश्चित करती है जिससे सरल संचालन में सहयोग मिलता है. सोनालीका द्वारा ट्रैक्टर्स बहुमुखी है क्योंकि ये कई उपकरण जैसे रोटावेटर, कल्टीवेटर, हार्वेस्टर के साथ सरलता से काम करने कि क्षमता है वो भी कम तेल खपत के साथ. भारतीय ट्रैक्टर बाज़ार में सोनालीका CRDI टेक्नोलॉजी लांच करने वाली पहली कंपनी भी है और कंपनी नेअपनी टाइगर ट्रैक्टर रेंज में CRDS टेक्नोलॉजी लांच करके पर्यावरण क लिए अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया है. आधुनिक तकनीक से लैस अपने ट्रैक्टरों के साथ सोनालीका ट्रैक्टर्स ने किसानों की प्रदर्शन और उत्पादकता को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.
शक्ति का प्रतीक
सोनालीका ट्रैक्टर्स की शक्ति अन्य ट्रैक्टर्स के मुकाबले सबसे ज्यादा होती है. इनके शक्तिशाली प्रदर्शन के पीछे अनुभवी इंजीनियर और आधुनिक तकनीक का विशेष हाथ होता है. सोनालीका प्रत्येक राज्य के विश्लेषण के बाद ट्रैक्टर्स की श्रृखला का निर्माण करते हैं. सोनालीका ट्रैक्टर में आते हैं HDM इंजन जो किसानों को एक दमदार प्रदर्शन सुनिश्चित करते हैं जिससे किसान उत्पादकता तथा आमदनी में बढ़ोतरी होती है.
दक्षता में अव्वल है सोनालीका
दुनिया के नंबर 1 इंटीग्रेटेड ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट जो रोबोट्स और स्वचालित तकनीकों से लैस है और सोनालीका के हैवी ट्रैक्टर को तैयार होने में सिर्फ दो मिनट लगते हैं. इन ट्रैक्टरों के इंजनों में लगातार उच्च ईंधन दक्षता सुनिश्चित की गई है. संचालन छोटे पैमाने पर हो या बड़े पैमाने पर, सोनालीका ट्रैक्टर्स किसानों की खेती में आने वाले हर एक चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है. साधारण छोटे खेतों के लिए कॉम्पैक्ट ट्रैक्टरों से लेकर बड़े पैमाने के संचालन के लिए उच्च HP वाले दिग्गज ट्रैक्टरों तक, सोनालीका के पास हर किसान की जरूरतों के लिए समाधान है. ट्रैक्टर की व्यापक रेंज यह सुनिश्चित करती है कि किसान अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुरूप ट्रैक्टर चुन सके, जो उत्पादकता और दक्षता में अभूतपूर्व अधिकतम प्रदान करेगा.
स्थाई और लागत-दक्षता
सोनालीका ट्रैक्टरों का निर्माण क्वालिटी पार्ट्स का उपयोग करके किया जाता है और इनकी लंबे समय तक चलने वाले प्रदर्शन का परीक्षण भी किया जाता है. इन ट्रैक्टरों में रख रखाव की आवश्यकताएं बहुत कम पड़ती है और इनके स्पेयर पार्ट्स भी आसानी से उपलब्ध होते हैं. सोनालीका ने अपने गुजरते समय के साथ अपनी एक अलग पहचान बनाई है जो ना केवल भारत के किसानों के बीच बल्कि दुनिया भर के किसानों का भरोसा बनाए हुए हैं. सोनालीका के हैवी ड्यूटी रेंज ने खेती के एक नए युग को जन्म दिया और किसानों के लिए समृद्धि की ओर मार्ग प्रशस्त किया.
सोनालीका ट्रैक्टर्स ने की रिकॉर्ड बिक्री
किसानों के अमूल्य भरोसे ने सोनालीका को वित्तीय वर्ष 2022 और 2023 में 35,000 ट्रैक्टरों की प्रभावशाली बिक्री रिकॉर्ड के साथ ट्रैक्टरों के प्रमुख एक्सपोर्टर के रूप में एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. इसकी वैश्विक पहुंच 150 से अधिक देशों तक फैली हुई है जहाँ इसने 15 लाख से भी ज्यादा किसानों का भरोसा जीता है, जो इसकी व्यापक वैश्विक उपस्थिति को प्रदर्शित करती है.
सोनालीका ट्रैक्टर्स के उत्पाद लाइनअप में ट्रैक्टरों की एक विविध श्रृंखला शामिल है, जो किसानों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 20 -120 HP तक के ट्रैक्टरों में विकल्प पेश करती है. ट्रैक्टर उद्योग सोनालीका ट्रैक्टर्स ने खुद को बाजार में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में मजबूती से स्थापित किया है.