Mahindra Tractors Sales Report July 2024: भारतीय कमर्शियल व्हीकल्स मार्केट की शीर्ष ट्रैक्टर निर्माता कंपनी महिंद्रा ट्रैक्टर्स (Mahindra Tractors) ने अपनी जुलाई 2024 में हुई ट्रैक्टर्स की बिक्री के आंकड़े सार्वजनिक कर दिए है. कंपनी का जुलाई माह में काफी अच्छा खासा प्रदर्शन रहा है. कंपनी द्वारा जारी किए आंकड़ों के अनुसार, महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने जुलाई 2024 की घरेलू बिक्री में 6 प्रतिशत और निर्यात बिक्री में 61 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है.
कृषि जागरण के इस आर्टिकल में आइये महिंद्रा ट्रैक्टर्स की जुलाई 2024 में हुई बिक्री के आंकड़ों को विस्तार से जानें.
घरेलू बिक्री में 6% की बढ़त
कंपनी द्वारा जारी इस सेल्स रिपोर्ट के अनुसार, महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने जुलाई 2024 में ट्रैक्टरों की घरेलू बिक्री में 6 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है. कंपनी ने जुलाई 2024 में 25,587 ट्रैक्टरों को भारत में बेचा है. जबकि पिछेल साल इसी महीने में 24,168 यूनिट्स की बिक्री की गई थी.
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निर्यात बिक्री में 61% वृद्धि
सेल्स रिपोर्ट के अनुसार, महिंद्रा ट्रैक्टर्स जुलाई 2024 में ट्रैक्टरों की निर्यात बिक्री में 61 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की है. कंपनी ने जुलाई 2024 में 1622 ट्रैक्टरों की निर्यात बिक्री की है. जबकि जुलाई 2023 में 1007 ट्रैक्टरों को भारत से बाहर बेचा गया था.
कुल बिक्री में 8% ग्रोथ
यदि हम महिंद्रा ट्रैक्टर्स की जुलाई माह की कुल बिक्री की बात करें, तो कंपनी ने कुल यानी घरेलू + निर्यात ट्रैक्टरों बिक्री में 8 प्रतिशत की ग्रोथ हासिल की है. महिंद्रा ट्रैक्टर्स ने जुलाई 2024 में 27,209 ट्रैक्टरों की बिक्री की है. जबकि पिछले साल इसी महीने में 25,175 यूनिट्स को ही बेचा गया था.
घरेलू बाजार में 25,587 ट्रैक्टर बेचे
जुलाई 2024 के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के कृषि उपकरण क्षेत्र के अध्यक्ष, हेमंत सिक्का ने कहा, “हमने जुलाई 2024 के दौरान घरेलू बाजार में 25,587 ट्रैक्टर बेचे हैं, जो पिछले साल की तुलना में 6% की वृद्धि है. जुलाई के महीने में दक्षिण-पश्चिम मानसून बहुत अच्छी तरह से आगे बढ़ा है, मध्य, पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में अधिशेष वर्षा हुई है; जबकि बिहार, हरियाणा, पंजाब और पूर्वी यूपी और झारखंड के कुछ हिस्से अभी भी कम वर्षा की श्रेणी में हैं. पूरे भारत में खरीफ की बुवाई में काफी प्रगति हुई है, जिससे किसानों की भावनाओं में सुधार हुआ है. गेहूं और आलू की ऊंची फसल की कीमतों और सभी प्रमुख खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी ने किसानों की भावनाओं को और बढ़ा दिया है. आने वाले महीनों में बारिश की प्रगति पर नजर रखी जा सकती है.