कोरोना वायरस की वजह से लगे देशव्यापी लॉकडाउन ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. कोरोना वायरस की वजह से लागत मूल्य भी हासिल करना किसानों के लिए मुश्किल हो गया है. हालांकि सरकार कह रही है किसानों की आय दुगुनी करने और इस विपदा में किसानों को कोई परेशानी न हो उसके लिए हम काम कर रहे हैं. इसी क्रम में प्राइवेट इंडस्ट्री में भी कई कंपनियाँ हैं जो किसानों की सहायता कर रही हैं उन्हीं कंपनियों में से एक कंपनी जेके एग्री सीड्स भी है. इस स्थिति में किसानों के लिए जेके एग्री सीड्स क्या प्रयास कर रही है और किसानों को उससे क्या लाभ हुए हैं उसको बताने के लिए Krishi Jagran FB Live Series के अंतर्गत जेके एग्री सीड्स के प्रेसिडेंट & डायरेक्टर (सीईओ) ज्ञानेंद्र शुक्ला 11 मई को लाइव होंगे.
बता दें, कि जेके एग्री जेनेटिक्स लिमिटेड (JKAL), एक प्रमुख बीज निर्माता कंपनी है जो 1989 में हैदराबाद, तेलंगाना (भारत) में अपने मुख्यालय के साथ स्थापित की गई थी. किसान समुदाय की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध भारतीय बीज उद्योग में अग्रणी होने के नाते जेके एग्री सीड्स अनुसंधान और विकास, उत्पादन, प्रसंस्करण और विपणन में लगी हुई है और कपास, मक्का, धान, मोती बाजरा, सरसों, गेहूं, सोरघम और सोरगम सूडान घास के बीज का निर्माण कर रही है. इन बीजों की मांग किसानों में बहुत ज्यादा है. इसके अलावा जेके एग्री सीड्स वेजिटेबल सीड्स का भी निर्माण करती है. जिनमें टमाटर, भिंडी, मिर्च, बैंगन और कई अन्य प्रमुख सब्जियाँ शामिल हैं. जेके एग्री सीड्स की भारत के अलावा, अफ्रीकी और दक्षिण एशियाई देशों में भी पहुँच है.