Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 28 December, 2019 5:39 PM IST
Vegetables

नया साल आने में अब कुछ दिन ही बचे है. नए साल लोगों के लिए नई उम्मीद लेकर आता है. इस दिन को सभी लोग बहुत उत्साह के साथ मनाते है. साल 2019 भी सभी लोगों के जीवन में कई बदलाब लेकर आया होगा, तो वहीं कई लोगों के जीवन में कई ऐसे वाकया हुए होंगे, जिनको वो हमेशा याद रखेंगे, लेकिन एक वाकया ऐसा भी हुआ है, जिसका असर सभी लोगों पर बराबर पड़ा है. जी हां, हम बात कर रहे प्याज और टमाटर, कई सब्जियों समेत अन्य खाद्य उत्पादों की महंगाई की, जिसने साल 2019 में उपभोक्ताओं को खूब रुलाया है.

आपको बता दें कि साल 2019 में प्याज समेत कई सब्जियां है, जिनकी कीमत रातों रात बढ़ती गई और वह रसोई से गायाब होने लगी. इस लिस्ट में सबसे पहला नाम प्याज का आता है. जिसने हर दिन जनता को रुलाया है. प्याज के दामों के जनता को इतना विचलित कर दिया कि उन्होंने शायद प्याज को खाना भी छोड़ दिया होगा. एक समय आया, जब प्याज की कीमत 200 रुपये किलो तक पहुंच गई.

प्याज के बाद टमाटर भी इसी राह पर चल पड़ा औऱ लोगों को आंसू बहाने पर मजबूर कर दिया. दरअसल, रोजमर्रा की सब्जियां जैसे टमाटर, आलू की कामत काफी बढ़ गई. यह बारिश और सूखा पड़ने की वजह से हुआ. साल 2019 में टमाटर 80 रुपये किलो के भाव बिका है. इसके बाद आखिरी तिमाही में टमाटर के भाव ने आसमान छू लिया. जिससे खुदरा महंगाई दर तीन साल में सबसे ज्यादा हो गई. इसके अलावा दिसंबर महीने में आलू भी 30 रुपये किलो पहुंच गया. सब्जियां महंगी होने की वजह से नवंबर में खुदरा महंगाई दर करीब 4 प्रतिशत ऊपर चली गई. बता दें कि सरकार ने भी टमाटर, प्याज, आलू को 2018-19 के आम बजट में शीर्ष प्राथमिकता दी थी. तो वहीं लहसुन और अदरक की कीमत भी 200 से 300 रुपये किलो ऊपर चली गई.

आपको बता दें कि बाजार में प्याज की कीमत को नीचे लाने के लिए प्याज के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा गया, जबकि विक्रेताओं के लिए स्टॉक की मात्रा घटाकर चौथाई कर दी गई. इससो थोड़ा असर हुआ, लेकिन अब भी प्याज के भाव आसमान पर ही हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2020 में सब्जियों की कीमत में काफी हद तक काबू पाया जा सकता है.

English Summary: Which vegetables are more expensive in the year 2019
Published on: 28 December 2019, 05:41 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now