Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 15 July, 2019 4:30 PM IST

मानसून की बेरूखी और कम वर्षा के वजह से किसानों की चिंता काफी बढ़ गई है. मानसून के दस्तक देने के बाद बारिश तो हुई थी लेकिन पूरा प्रदेश पानी-पानी हो गया था, लेकिन बीते एक सप्ताह से आसमान में बादलों की आवाजाही तो लगी हुई है मगर बारिश नहीं हुई. सब्जियों के दाम भी कम वर्षा होने की वजह से बढ़ने लगे है. सब्जियों के दाम अब आसमान पर पहुंचने लगे है. आज से ठीक 15 दिनों पहले जो टमाटर 20 से 25 रूपये किलों में बिकता था. उसके दाम अब 50 से 60 रूपये किलो तक पहुंच गए है. टमाटर ही नहीं अन्य सब्जियों के दामों में भी भारी इजाफा देखने को मिल रहा है.

भोपाल समेत प्रदेश में सब्जियों के दामों में उछाल

राजधानी भोपाल के विभिन्न क्षेत्रों में लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजारों में 15 दिन पहले हरी मिर्च के दाम 60 रूपये थे, जो अब 100 रूपये में बिक रही है. इसी तरह से बरहटी के दाम 40 से बढ़कर 60 रूपये किलो, भिंडी भी 60 रूपये तक हो गई है. वही लौकी के दाम भी 30 से बढ़कर 50, परवल 40 से 60 रूपये, करेला 40 से बढ़कर 70 रूपये के आसपास पहुंच गए है. इसी तरह से अन्य सब्जियों के दाम में भी भारी उछाल आया है. जो आलू पहले 15 रूपये किलो तक ही था वह अब 25 से 30 रूपये किलो तक पहुंच गए है.

सब्जी व्यापारी यह बोले

सब्जी व्यापारियों का मानना है कि पिछले महीने भीषण गर्मी के चलते सब्जियों का उत्पादन बेहद ही कम हुआ है जिसके चलते सब्जियों को अन्य राज्यों से मंगवाना पड़ रहा है. यहां मंडी में गिलकी, हरी धनिया, करेला, को छोड़कर अन्य सब्जियां दूसरे राज्यों से यहां पर पहुंच रही है. वही दूसरे सब्जी व्यापारी सैनी का कहना है कि मध्यप्रदेश में सब्जियों का उत्पादन नहीं हो रहा है. टमाटर पड़ोसी राज्यों राजस्थान और महाराष्ट्र से मंगवाना पड़ रहा है.

छत्तीसगढ़ में भी यही हाल

केवल मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ में भी सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिली है. थोक व्यापारी का कहना है कि धनिया अभी बरमकेला से आ रहा है. इसके साथ ही टामटर, भिड़ी समेत अन्य सब्जियों के दामों में भारी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है, रायपुर, रायगढ़ आदि जिलों मे सब्जी के दामों की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.

English Summary: Vegetable prices bounce due to low rainfall
Published on: 15 July 2019, 04:33 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now